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भोगपुर: ब्लॉक भोगपुर के गांव पचरंगा स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्कूल प्रबंधकों की बड़ी लापरवाही सामने आई है जिस कारण एक युवक की जान मुसीबत में पड़ गई। पिछले कुछ सालों में पंजाब भर में पिटबुल कुत्तों के हमलों के कारण कई लोग घायल हो चुके हैं और देश के कई लोग इन पिटबुल कुत्तों के कारण अपनी जान तक गंवा चुके हैं। ऐसी खबरें अक्सर अखबारों की सुर्खियां बनती रही हैं। पिटबुल कुत्तों के आतंक के कारण पंजाब सरकार और कई ज़िलों के डिप्टी कमिश्नर भी पिटबुल कुत्तों की ब्रीडिंग और पिटबुल कुत्तों को घरों में न रखने संबंधी आदेश जारी कर चुके हैं लेकिन ब्लॉक भोगपुर के गांव पचरंगा स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्कूल प्रबंधकों द्वारा स्कूल की रखवाली के लिए रखे गए एक प्राइवेट चौकीदार ने स्कूल के अंदर दो पिटबुल कुत्तों को रखा हुआ था।
इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब आज रविवार होने के कारण स्कूल के पास स्थित पंचायती खेल मैदान में हर रविवार की तरह बाहरी क्षेत्रों से आई क्रिकेट टीमों के बीच मैच चल रहा था और आस-पास के गांवों से क्रिकेट प्रेमी क्रिकेट मैच देखने आए थे। मैच के दौरान अचानक गेंद स्कूल के अंदर गिर गई जिसे उठाने के लिए एक युवा क्रिकेट प्रेमी मनजीत पुत्र तरसेम लाल निवासी गांव शकरपुर स्कूल में दाखिल हुआ तो स्कूल के प्राइवेट चौकीदार के द्वारा स्कूल अंदर रखे गए दो पिटबुल कुत्तों ने अचानक मनजीत पर हमला कर दिया। मनजीत ने जब शोर मचाया तो मैच देख व खेल रहे नौजवान स्कूल अंदर आए और उन्होंने मनजीत को पिटबुल कुत्तों से छुड़वाया। पिटबुल कुत्तों के हमले के कारण मनजीत की बाजू बुरी तरह से कट गई और मनजीत द्वारा खुद अपना इलाज करवाया गया।
हैरानी की बात यह है कि स्कूल प्रबंधकों के सामने स्कूल में पिटबुल कुत्तों को पालतू जानवर के रूप में रखा जा रहा था लेकिन स्कूल प्रबंधकों ने इस खतरनाक कदम के खिलाफ कोई कार्रवाई न करके स्कूल पढ़ते छात्रों की जान भी खतरे में डाली रखी। स्कूल प्रबंधकों द्वारा कैसे यह बड़ी लापरवाही पिछले समय से की जा रही थी, यह जांच का विषय है। स्कूल में हुए इस भयानक हादसे के बारे में जब सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पचरंगा की कार्यकारी प्रिंसिपल मनजीत कौर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले के बारे में कल स्कूल जाकर ही बता पाएंगी, आज वह बाहर हैं।
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