पाली। किसी भी विवाद के निपटारे के लिए न्यायालय की शरण ली जाती है, लेकिन पढ़े-लिखे जमाने में भी सामाजिक स्तर पर न्याय करने का चलन जारी है, जो आमजन पर भारी पड़ रहा है। सामाजिक पंच अपने फरमान से कहर ढा रहे हैं। समाज के पंच इस कदर प्रताडि़त करते है कि पाली में किसी की सदमे से जान चली गई तो कोई अस्पताल पहुंच गया। पिछले एक माह में पाली में ऐसी दो घटनाएं हुई। मानवाधिकार आयोग भी ऐसे मामलों में स्पष्टीकरण मांग चुका है, शहर से लेकर गांव तक आज भी सामाजिक स्तर पर पंचों का आतंक है। कोई इन्हें रोकने वाला नहीं है।
दिनभर जूतों के बीच खड़े रखा, 25 लाख दण्ड लगाया तो वृद्ध ने जहर खाया: पाली जिले के सोजत क्षेत्र के बिलावास गांव स्थित समाज के मंदिर में गत माह आयोजित समाज की पंचायत में वृद्ध गुजरावास बिलाड़ा निवासी मूलाराम प्रजापत ने समाज की मुख्य धारा में वापस लेने का आग्रह किया तो पंचों ने दिनभर जूतों के बीच खड़े रखा और फिर 25 लाख रुपए का दण्ड लगा दिया। इससे वृद्ध इस कदर व्यथित हो गए कि जहरीला पदार्थ खा लिया। वह एक सप्ताह तक गंभीर हालत में जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती रहा। सोजत थाना पुलिस ने सामाजिक पंचों के खिलाफ मामला दर्ज किया। कोतवाली में एक समाज के पंचों के खिलाफ दर्ज मामले की जांच जारी है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी |