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ओडिशा में 22 फरवरी को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव
भुवनेश्वर। ओडिशा में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चौथे चरण का मतदान 22 फरवरी को होगा। चौथे चरण में प्रदेश के 27 जिलों की 163 जिला परिषदों सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण में 64 ब्लॉकों के 12,054-ग्राम पंचायतों के 17,089 बूथों पर 51.31 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। राज्य चुनाव आयुक्त से मिली जानकारी के मुताबिक संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों पर लगातार नजर रखी जा रही है। मतदान दल पहले ही बूथों पर पहुंच चुका है। उल्लेखनीय है कि ओडिशा पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में राज्य के 29 जिलों के 63 ब्लॉकों की 1,382 पंचायतों के 18,495 बूथों पर 78.6% लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
ओडिशा पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में जाजपुर में वोटिंग कवर कर रहे पत्रकारों पर बेरहमी से हमला किया गया। पत्रकारों की पहचान प्रमुख निजी ओडिया चैनलों के देबाशीष साहू, गुलशन अली नवाज और बिजय साहू के रूप में हुई है। तीनों पत्रकार बिंझारपुर प्रखंड अंतर्गत बचाला पंचायत के दो बूथ संख्या 4 और 6 से मतपेटियों की कथित लूट को कवर करने गए थे, तभी कुछ अज्ञात बदमाशों ने उन पर बेरहमी से हमला कर दिया। बदमाशों ने बक्सों को पास के तालाब में फेंक दिया। पत्रकारों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई।
गौरतलब है कि ओडिशा में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का मतदान भी पहले एवं दुसरी चरण की ही तरह हिंसक घटनाओं के बीच रविवार को सम्पन्न हुआ था। तीसरे चरण में दोपहर 1 बजे तक 62 प्रतिशत मतदान होने की जानकारी राज्य चुनाव आयोग की तरफ से दी गई। राज्य चुनाव आयोग के सचिव रवीन्द्र नाथ साहू ने कहा है कि वर्तमान समय तक जाजपुर जिले के को छोड़ दें तो फिर अन्य सभी जिलों में शांति के साथ मतदान प्रक्रिया सम्पन्न हुआ है। जाजपुर जिले में कुछ बूथों पर उत्तेजनापूर्ण स्थिति देखी गई है। हालांकि चुनाव आयोग की तरफ से चाहे कुछ भी कहा जाए पहले एवं दूसरे चरण की ही तरह तीसरे चरण में भी कई जगहों से हिंसक घटनाएं सामने आयी है। कहीं पर वोट बाक्स की लूट हुई है तो कहीं पर बीडीओ एवं पत्रकारों पर हमला होने की सूचना मिली है।
खबर के मुताबिक तीसरे चरण में लोगों के हमले से पुलिस कर्मचारी भी नहीं बचे हैं। पुलिस की लाठी छीनकर लोगों ने पुलिस की पिटाई की है। केन्द्रापड़ा जिले के राजनगर में यह घटना देखने को मिली है, जहां सबके सामने लोग पुलिस वालों की पिटाई कर रहे थे। राजनगर डेरा पंचायत के गोखरी गांव में मतदान के दौरान एजेंट को लेकर विवाद खड़ा हुआ। इस एजेंट का नाम वोटर लिस्ट में नहीं है। ऐसे में यह किस प्रकार से एजेंट बने उसे लेकर उत्तेजना का माहौल देखा गया। दो गुट आपस में भिड़ गए। पुलिस ने हस्तक्षेप किया तो फिर लोगों ने पुलिस पर भी हमला बोल दिया।
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