ओडिशा

छात्राओं को स्कूल में देरी से आने पर टीचर ने दी ऐसी सजा, अस्पताल में कराना पड़ा भर्ती

Renuka Sahu
12 April 2022 3:14 AM GMT
छात्राओं को स्कूल में देरी से आने पर टीचर ने दी ऐसी सजा, अस्पताल में कराना पड़ा भर्ती
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फाइल फोटो 

ओडिशा के बोलांगीर जिले में शिक्षक द्वारा छात्राओं पर जुल्म करने का मामला सामने आ रहा है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ओडिशा (Odisha) के बोलांगीर जिले में शिक्षक द्वारा छात्राओं पर जुल्म करने का मामला सामने आ रहा है. आलम यह था कि सजा को पूरा करते-करते सात छात्राएं बेहोश हो गईं. दरअसल, बोलांगीर जिले (Bolangir district) के पटनागढ़ इलाके के बापूजी हाई स्कूल में पढ़ाने वाले बिकाश धारुआ ने देर से स्कूल पहुंचने पर छात्रों से 100 सिटअप (एक तरह की कसरत) करने को कहा. यह कसरत करना आसान नहीं होता है. रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षक ने प्रार्थना सेशन समाप्त होने के बाद देर से स्कूल पहुंचने के लिए छात्रों से थोड़े बहुत नहीं, बल्कि 100 सिटअप (Sit-up Exercise) करने को कहा.

जबरन सिटअप करने की वजह से सात छात्राएं बेहोश हो गईं, जिसके बाद उन्हें स्कूल अधिकारियों द्वारा एक एम्बुलेंस में पटनागढ़ उप-मंडल अस्पताल में ट्रांसफर करना पड़ा. पटनागढ़ के अनुमंडलीय चिकित्सा अधिकारी पिताबाश शा ने कहा, 'अस्पताल लाए जाने के समय लड़कियों की हालत ठीक नहीं थी, लेकिन प्राथमिक इलाज के बाद उनकी हालत स्थिर है.
ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखी गईं कुछ छात्राएं
रिपोर्ट में कहा गया है कि 100 उठक-बैठक के बाद छात्राएं क्लासरूम में बैठ गईं थी, जिनके बाद सात छात्राएं को बेचैनी महसूस हो रही थी. इसके साथ सभी सात छात्राएं बेहोश हो गईं. इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. इनमें से कुछ छात्राओं को तो तुरंत ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया. छात्राओं का इलाज करने वाले एक डॉक्टर ने कहा कि हम हमने छात्राओं को एडमिट किया तो उनमें से कुछ छात्राओं को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी.
जन शिक्षा मंत्री ने दिए जांच के आदेश
मामले के सामने आने के बाद स्कूल और जन शिक्षा (एसएंडएमई) मंत्री समीर रंजन दास ने सोमवार को जांच के आदेश दिए. इंडिया टुडे से बात करते हुए, समीर दास ने कहा, 'मैंने पटनागढ़ के सामुदायिक शिक्षा अधिकारी शंकर प्रसाद मांझी को बापूजी हाई स्कूल में कुछ छात्राओं को सजा देने के मामले की जांच करने का निर्देश दिया है'. उल्लेखनीय है कि ओडिशा के सभी स्कूलों को सजा मुक्त क्षेत्र घोषित किया गया है. पुलिस की जांच के बाद अब बापूजी हाई स्कूल में पढ़ाने वाले बिकाश धारुआ पर तलवार लटक रही है. अगर विकाश पर आरोप साबित हो जाते हैं तो उनको सजा मिलना तय है.
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