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ओड़िशा न्यूज
संबलपुर : रथ यात्रा के शुभ अवसर पर, ओडिशा के शिक्षित, स्थापित और अपने बच्चों से प्यार करने किंतु इससे वंचित पिताओं के समूह ने भुवनेश्वर से पुरी में महाप्रभु श्रीजगन्नाथ के मंदिर तक पदयात्रा शुरू की है। अपने बच्चों से अलग पिता उम्मीद करते हैं कि महाप्रभु उन्हें अपने बच्चों से मिलने का आशीर्वाद देंगे, जो वैवाहिक कलह के कारण अमानवीय रुप से अलग हो गए हैं।
यह पदयात्रा भगवान श्रीजगन्नाथ की बाहुड़ा यात्रा के समय प्रारंभ की गयी है, जो इस बात का प्रतीक है कि भगवान अपने मंदिर में लौट आए होंगे, लेकिन पिता अभी भी अपने बच्चों के घरों में लौटने का इंतजार कर रहे हैं। बच्चों से माता या पिता का अलगाव, भावी पीढ़ी को प्रभावित करने वाली एक बुराई है, जिससे बच्चों में अवसाद और समाज से दूरी बढ़ाती है। इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन (सिफ्फ़) के सदस्यों ने शुक्रवार, 8 जुलाई 2022 को भुवनेश्वर से पुरी तक पदयात्रा शुरू की जो शनिवार, 9 जुलाई को पुरी में समाप्त होगी। भारत में हर साल एक लाख से अधिक पिता अपने बच्चों से, पारिवारिक विवादों की वजह से अलग हो जाते हैं। सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन की मूल मांगे हैं कि पिता से विमुख बच्चों के मौलिक अधिकारों को प्रथम मान्यता दी जानी चाहिए और उन्हें अपनी माता की तरह पिता के साथ भी समान समय बिताने की अनुमति दी जाए। अलग-थलग पड़े पिताओं के मौलिक अधिकारों को भी मान्यता दी जानी चाहिए, ताकि वे अपने बच्चों का उचित पालन-पोषण कर सकें और उनकी वृद्धि और विकास में शामिल रहें। इस पदयात्रा में भुवनेश्वर के संजीव पंडा, रोहन अग्रवाल, सौरव गांधी, शेख ज़ाकिर हुसैन, सुब्रत प्रधान शामिल रहे और बहुत से सदस्य पुरी में जुड़े।
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Gulabi Jagat
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