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ओड़िशा न्यूज
राउरकेला : राउरकेला इस्पात संयंत्र की ओर से एक नया विक्रेता सूचना एप लांच किया गया है। मंथन सम्मेलन कक्ष में निदेशक प्रभारी (आरएसपी) अतनु भौमिक ने इसे लांच किया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (खान) एके कुंडू, कार्यपालक निदेशक (संकार्य) एसआर सूर्यवंशी, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पीके शतपथी, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) पीके साहू, कार्यपालक निदेशक (स्वास्थ्य एवं चिकित्सा) डा. बी के होता, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) एके बेहुरिया, मुख्य महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) एसके नायक, महाप्रबंधक प्रभारी (सी एंड आईटी) एके मंडल एवं संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस मौके पर निदेशक प्रभारी भौमिक ने इस एप को विकसित करने में वित्त और लेखा विभाग, कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी और सामग्री प्रबंधन विभाग के संयुक्त टीम प्रयासों की सराहना की।
एप को अधिक उपयोगी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाने और बिल जमा करने से लेकर अंतिम भुगतान तक एप के दायरे को बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा हुई। शुरुआत में एके बेहुरिया ने सभा का स्वागत किया और विक्रेता जुड़ाव बढ़ाने में एप की उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला। एसके नायक ने एप के विषय में बताया तथा महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) एनके राव ने एप पर विस्तृत प्रस्तुति दी। बताया कि कैसे यह विक्रेताओं की समस्याओं को दूर करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा। एनके राव द्वारा मुख्य महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) एसके नायक के मार्गदर्शन में वरिष्ठ प्रबंधक (सी एंड आईटी) डीके यादव और (एसएपी) के देबाशीष साहू के सहयोग से यह एप विकसित किया गया है।
गौरतलब है कि एप के शुरू होने से आरएसपी वेंडर मास्टर के साथ वैध ई-मेल आईडी वाले सभी विक्रेताओं को बिल के पंजीकरण और भुगतान के बारे में जानकारी मिल पाएगी। इससे भुगतान प्रणाली की पारदर्शिता बढ़ेगी और स्थानापन्न समय में कमी आएगी। प्रणाली में उस दिन वित्त विभाग के साथ का विक्रेता चालान या विक्रेता को वापस किये गए पंजीकृत चालान, कुल दावा की गई राशि, स्वीकार की गई राशि, आयकर, टीडीएस, जीएसटी, अग्रिम समायोजन और सुरक्षा जमा, मांग आदि के कारण की गई वसूली के विवरण के साथ चालान के आधार पर किए गए भुगतान संबंधित ई-मेल के ऑटो ट्रिगरिंग का प्रविधान है।
Gulabi Jagat
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