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भुवनेश्वर (एएनआई): ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में तेंदू पत्ता तोड़ने वालों और बांधने वालों के लिए 2022 फसल वर्ष के तीसरे चरण में 56 करोड़ रुपये की अतिरिक्त वित्तीय सहायता की घोषणा की है। इस वित्तीय सहायता से तेंदूपत्ता तोड़ाई एवं बाइंडिंग में लगे 8 लाख से अधिक हितग्राही लाभान्वित होंगे।
यह बोनस एवं प्रोत्साहन राशि तेंदूपत्ता हितग्राहियों को जुलाई 2023 में मिलेगी।
तीसरे चरण में फसल वर्ष 2022 के लिए 7.75 लाख तेंदू पत्ता तोड़ने वालों को 25 प्रतिशत बोनस और 40,000 तेंदू पत्ता बांधने वालों और अस्थायी श्रमिकों को 5 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस प्रकार तेंदूपत्ता श्रमिकों को कुल 56.23 करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी।
फसल वर्ष 2022 के लिए पहले चरण में प्रत्येक तेंदू पत्ता तोड़ने वाले को 1,000 रुपये और प्रत्येक तेंदू पत्ता बांधने वाले और अस्थायी श्रमिकों को 1500 रुपये दिए गए, इस प्रकार 83.34 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई।
इसी प्रकार वर्ष 2022 के दूसरे चरण में प्रदेश के 7 लाख 75 हजार तेंदूपत्ता तोड़ने वाले किसानों को 1360 रूपये दिये गये। इस चरण के दौरान, 40,000 तेंदू पत्ता बांधने वालों और अस्थायी श्रमिकों को 1,500 रुपये की राशि दी गई, इस प्रकार कुल 111.21 करोड़ रुपये प्रदान किए गए।
वर्ष 2022 के लिए लाभार्थियों को बोनस, प्रोत्साहन राशि और वित्तीय सहायता सहित दी जाने वाली सहायता की कुल राशि 250.78 करोड़ रुपये होगी। यह किसी एक फसल वर्ष में सर्वकालिक रिकॉर्ड है।
वर्ष 2021-2022 के लिए तेंदूपत्ता तोड़ने वालों को 118.83 करोड़ बोनस एवं सहायता प्रदान की गई। फसल वर्ष 2022 के लिए लाभार्थियों को 2021 की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक सहायता राशि दी जा रही है।
लाभार्थी मुख्य रूप से अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों से संबंधित हैं। यह आर्थिक सहायता उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में बहुत सहायक होगी।
तेंदू के पत्तों का उपयोग बीड़ी बनाने में व्यापक रूप से किया जाता है। (एएनआई)
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