भुवनेश्वर।ओडिशा सरकार भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के सहयोग से 16 फरवरी से तीन दिवसीय 'कृषि ओडिशा 2023' का आयोजन करेगी। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस साल के आयोजन का विषय 'कृषि में उभरती प्रौद्योगिकी' होगा। इस अवसर पर कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की विभिन्न श्रेणियों पर कुल 212 नग स्टॉल लगाए जाएंगे। इसमें विभिन्न सरकारी उपक्रम, बैंक और कृषि उद्यमी भाग लेंगे।
यह कार्यक्रम उत्पादन तकनीक, कृषि मशीनीकरण, कृषि में आईसीटी के अनुप्रयोग, बुनियादी ढांचे के विकास, विपणन लिंकेज, ऋण की आसान पहुंच, उन्नत कृषि आदानों का उपयोग और उनके वितरण और कृषि उद्यमों की स्थापना जैसे विषयों पर केंद्रित होगा। कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को आधुनिक फसल पालन के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी और वह इस कार्य को आत्मविश्वास से करने के लिए तत्पर होंगे।
कृषि और किसान अधिकारिता मंत्री रणेंद्र प्रताप स्वैन ने कहा, "हम संबलपुर, बारीपदा, बेरहामपुर और कोरापुट जैसे चार स्थानों पर क्षेत्रीय कृषि मेले का आयोजन करने वाले हैं।"
उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में इस प्रकार के मेले आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इन मेलों को सफलतापूर्वक आयोजित करने से किसानों को अत्यधिक लाभ हुआ है।
सरकार ने इस उद्देश्य के लिए एक विशेष कोष भी निर्धारित किया है और ब्लॉक स्तर पर कृषि मेला आयोजित करने की भी योजना बना रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने बाजरा पर एक विशेष सत्र की भी योजना बनाई है, जहां अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि बायोफ्लोक मत्स्य पालन सबसे लोकप्रिय योजना है, जिसमें कौशलगंगा के मछली फार्म पर आनुवंशिक रूप से मछली विकसित की जा रही हैं। सरकार अब मत्स्य पालन के लिए राज्य की महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) को सब्सिडी भी देगी।