ओडिशा

राउरकेला में 3 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों का कोरोना टीकाकरण अभियान होने जा रहा शुरू, अभिभावक उत्साहित

Gulabi
29 Dec 2021 7:54 AM GMT
राउरकेला में 3 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों का कोरोना टीकाकरण अभियान होने जा रहा शुरू, अभिभावक उत्साहित
x
बच्चों का कोरोना टीकाकरण अभियान होने जा रहा शुरू
राउरकेला : देश के साथ-साथ स्मार्ट सिटी राउरकेला में तीन जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों का कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसकी घोषणा की गई है। इसे लेकर शहर के माता- पिता अपने बच्चों के टीकाकरण को लेकर काफी उत्साहित है। उनका कहना है कि पहले की तरह नेताओं, सरकारी अधिकारी और चिकित्सकों के बच्चों को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाए। इससे आम लोगों के बीच जो बच्चों के टीकाकरण को लेकर भय होगा वह दूर हो जाएगा। कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे के बीच बच्चों का टीकाकरण शुरू किए जाने की अभिभवाकों ने सराहना की है। साथ ही टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन पहले शुरू कराने का आग्रह किया है। हालांकि राज्य स्वास्थ्य विभगा की ओर से पहली जनवरी से इसकी प्रक्रिया शुरू किए जाने की बात कही गई है। ओमिक्रोन संक्रमण से बच्चों की सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से की गई पहल सराहनीय है। माता- पिता को बगैर किसी भय के अपने बच्चों को इस संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए खुद से आगे बढ़ कर टीका लगवाना चाहिए। इसके लिए अपने पड़ोसी व दूसरे माता- पिता का भी हौसला बढ़ाए।
- आशीष जायसवाल, पानपोष । सरकार ने बच्चों की जिंदगी ओमिक्रोन संक्रमण से बचाने के लिए सही समय पर पहल की है। टीका लगाने से पूर्व कई परीक्षण करने के बाद ही बच्चों को टीका लगाने का निर्णय लिया गया है। माता- पिता बच्चों को अन्य टीका की तरह कोरोनारोधी टीका भी जरूर लगवाएं। बच्चों की सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है।
- पशपत साहु, प्लांट साइट। कोरोना टीकाकरण की शुरुआत जिस तरह चिकित्सक, पुलिस, सरकारी कर्मचारियों को लगाकर की गई थी। उसी तरह बच्चों के टीकाकरण में भी इन लोगों के बच्चों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इससे आम लोगों में भय का माहौल दूर होगा। सरकार के नियम का पालन जरूर होगा। लेकिन पहल भी उन्हीं से होना चाहिए।
- के रवि, रेलवे कॉलोनी। 15 से 18 साल के बच्चों को नए साल से टीका लगाने की योजना कोई डराने वाली बात नही है। सरकार की टीका करण की योजना बच्चों की सेहत और सुरक्षा को के लिए है। बच्चों का टीकाकरण जरूरी था। अभिभावकों को सरकार की इस योजना को सफल बनाने के लिए सहयोग करना चाहिए। ओमिक्रोन से अपने बच्चों को बचाने के लिए यह टीका जरूर लगवाएं। बच्चों की सुरक्षा के संबंध में सोचने के लिए सरकार का आभार प्रकट करता हूं।
- मोहम्मद जाबिर, नाला रोड। बच्चों के पिता होने के कारण उन्हें टीका लगाने के संबंध में मन में थोड़ा भय जरूर लग रहा है। पहल सकारात्मक है, फिर भी मन में कहीं ना कहीं शंका है। कोविड टीकाकरण के समय बड़े तो संभल गए। लेकिन बच्चों में इसके प्रभाव को लेकर बने डर से माता पिता को जागरूक किया जाना चाहिए। क्या किसी बीमारी से ग्रसित बच्चे भी टीका ले पाएंगे, आदि कई सवालों का समाधान होना चाहिए। इसके लिए प्रचार व जानकारी अभिभावकों को जरूर दे।
- विजयानंद सुंदरराय, छेंड़। कोविड टीका जितना बड़ों के लिए सुरक्षित था, उतना ही बच्चों के लिए भी है। परिजनों को अपने बच्चों को टीका जरूर लगवाना चाहिए। काफी सोच विचार करने और बच्चों के लिए सरकार ने उक्त टीका निकाला होगा। लोगों को भय और शंका छोड़ कर अपने बच्चों को टीका जरूर लगाना चाहिए। सरकार से अनुरोध है कि वे शून्य से लेकर 14 साल तक के बच्चों के लिए भी कोरोना संक्रमण से बचने का टीका जरूर निकाले। इस वर्ग के बच्चे टीका से वंचित नही रहना चाहिए।
- पारोमिता साहू, सेक्टर-21। बच्चों को ओमिक्रोन संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी माता पिता से अपील करता हूं कि वे अपने बच्चों को नए साल से शुरू हो रहे टीकाकरण में शामिल होकर टीका जरूर लगवाएं। अपने बच्चों की जिदगी सुरक्षित रखने के लिए टीका जरूर लगवाएं। क्योंकि डर के आगे जीत है। टीका लेने पर ही ओमिक्रोन को हरा पाएंगे।
- सुनील पासवान, गोपोबंधुपाली। बच्चों की जिदगी को सुरक्षित रखने के लिए सरकार की ओर से उनके लिए टीका निकाला गया है। यह टीका ओमिक्रोन संक्रमण से बच्चों को बचाने का काम करेगा। सरकार ने बच्चों के लिए बेहतर कदम उठाया है। माता-पिता आगे आकर अपने बच्चों को टीका लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन करने के साथ साथ अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करें।

Next Story