नागालैंड
तमिलनाडु और नागालैंड की संगीत महोत्सव में हुआ भारतीय संस्कृति का संगम
Deepa Sahu
29 Oct 2021 3:59 PM GMT
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भारत की आजादी
भारत की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली, सुबह-ए-बनारस और जिला प्रशासन वाराणसी की ओर से रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में आयोजित नृत्य संगीत उत्सव में शानदार प्रस्तुतियां देखने को मिलीं। अमृत स्वरधारा-नृत्य एवं संगीत उत्सव के दूसरे दिन भारतीय संस्कृति (Indian culture) की गौरव गाथा का लयात्मक प्रदर्शन कलाक्षेत्र फाउंडेशन, तमिलनाडु द्वारा वीर सुधन धीरम नृत्य नाटिका के माध्यम से किया गया।
भारतीय संस्कृति की गौरव गाथा चार प्रसंगों पर आधारित थी। इसमें पहला भाग भारतीय मूल्यों आस्था से संबंधित था, दूसरा भाग सामाजिक व्यवस्था पर कटाक्ष रहा। तीसरे भाग में अपने महापुरुषों की सीख के प्रति ध्यान आकर्षित करने के लिए आत्म संकल्प और दृढ़ता के साथ अपने दायित्व के प्रति समर्पण से जुड़ा था।
नृत्य कलाकार हरिपदमन, गिरीश मधु, जयकृष्ण, संजीत लाल, श्रीदेवी बी आर, जेनेट जेम्स, मालविका आदि रहे। उधर, पारंपरिक संगीत में नागालैंड की टीम द रिफाइनर क्वायर ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में हेलेन आचार्य संगीत नाटक अकादमी, डॉ. रत्नेश वर्मा, सचिव सुबह-ए-बनारस, तापस दास, अतुल सिंह, डॉ. विधिनागर, सुरेंद्र रावत आदि मौजूद रहे।
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