MP : उमरिया में मादा तेंदुआ एक घर में घुसी ,रात ढाई बजे उसका रेस्क्यू

मध्यप्रदेश। उमरिया जिले में इन दिनों एक मादा तेंदुआ का आतंक बना हुआ है। रविवार रात को मादा तेंदुआ एक घर में घुस गई। ग्रामीणों ने बाहर से ताला लगा दिया। वन विभाग के कर्मचारियों ने रात ढाई बजे उसका रेस्क्यू किया। इसी तरह ग्राम अमड़ी में दो अलग-अलग स्थानों पर सड़क किनारे दो शावक …
मध्यप्रदेश। उमरिया जिले में इन दिनों एक मादा तेंदुआ का आतंक बना हुआ है। रविवार रात को मादा तेंदुआ एक घर में घुस गई। ग्रामीणों ने बाहर से ताला लगा दिया। वन विभाग के कर्मचारियों ने रात ढाई बजे उसका रेस्क्यू किया। इसी तरह ग्राम अमड़ी में दो अलग-अलग स्थानों पर सड़क किनारे दो शावक मिले। एक को रेस्क्यू किया गया है। दूसरे को रेस्क्यू नहीं किया जा सका और उसकी मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर जोन के ग्राम बड़ी बेल्दी में रविवार-सोमवार की रात गीदही यादव के घर में मादा तेंदुआ घुस गया था। ग्रामीणों ने हिम्मत जुटाकर बाहर से ताला लगा दिया। वन अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। देर रात मौके पर बांधवगढ़ पार्क की टीम पहुंची और रात करीब ढाई बजे ताला खोलकर किसी तरह मादा तेंदुएं को जंगल में हांका गया। ग्रामीण काफी आक्रोशित थे। उनका कहना था कि मादा तेंदुए को रेस्क्यू कर कहीं और शिफ्ट किया जाए। दरअसल, कुछ दिन पहले ही सुदामा पटेल के घर के करीब तेंदुएं की लोकेशन मिली थी। इसी स्थान पर तेंदुएं ने शावकों के साथ कुत्ते के एक बच्चे को मारकर निवाला बनाया था।
करीब दो हफ्ते से तेंदुएं की लोकेशन गांव के इर्द-गिर्द बनी हुई है। तेंदुएं को रेस्क्यू कर बाहर छोड़ने की मांग की जा रही है। पनपथा बफर के ग्राम बकेली में रामदयाल कुशवाह पर बाघिन ने हमला किया थआ। उसी समय बकेली से 14 किमी दूर इसी परिक्षेत्र के ग्राम बड़ी बेल्दी में तेंदुएं की लोकेशन मिली थी। इससे लोगों में दहशत बनी हुई है। पनपथा बफर के बिरहुलिया और करौंदिया बीट के बीच बकेली, उमरिया, करौंदिया,हरदुआ और सुखदास गांव हैं। इन दोनों बीट में वन्य प्राणियों की इन गांवों में दस्तक बनी रहती है।
सड़क पर मिला तेंदुआ शावक, कुछ देर में मौत
उमरिया रेंज अंतर्गत ग्राम अमडी के भर्री टोला सोसायटी के करीब सड़क मार्ग पर तेंदुआ शावक मिला था। इसकी उम्र छह माह से कम बताई गई। सुबह तक तेंदुआ जीवित था। कुछ देर में जरूरी इलाज के अभाव में उसकी मृत्यु हो गई। अभी एक सप्ताह पहले इसी शावक ने छोटे जानवरों का शिकार किया । समय रहते इसका रेस्क्यू नहीं किया गया और इसकी मौत हो गई। इसी के आसपास एक और शावक मिला है। उसे रेस्क्यू कर काष्ठागार में लाया गया है। वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. नितिन गुप्ता ने बताया कि आवश्यक उपचार दिया जा रहा है। जल्द ही तेंदुआ शावक स्वस्थ हो जाएगा। घटना के बाद डीएफओ मोहित सूद की अगुवाई में तेंदुआ शावक का रेस्क्यू कर डिपो लाया गया। रेस्क्यू के दौरान तेंदुआ शावक कमजोर था। वर्तमान में ड्रिप आदि लगने के बाद बकायदा भोजन के रूप में चिकन दिया जा रहा है। इसके स्वस्थ होने के बाद इसे मुकुंदपुर जू भेजा जाएगा। वहां इसका और अच्छे से इलाज हो सकेगा
