मिज़ोरम
नेशनल स्टैस्टिकल ऑफिस के ताजा सर्वे में हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए
Shiddhant Shriwas
14 July 2022 9:48 AM GMT
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आईजोल। नेशनल स्टैस्टिकल ऑफिस के ताजा सर्वे में हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए हैं। देश में कामकाजी महिलाओं पर जुलाई 2020 से जून 2021 के बीच किए गए इस सरकारी सर्वे के मुताबिक कुल वर्कफोर्स में महिलाओं की हिस्सेदारी हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 40% से ज्यादा है, लेकिन सरकारी और निजी कंपनियों में प्रबंधन के ऊंचे पदों पर महिलाओं की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी मिजोरम और सिक्किम में हैं।
इन दोनों छोटे राज्यों की कुल वर्कफोर्स में प्रबंधन के पदों पर क्रमश: 40.8% और 32.5% महिलाएं काबिज हैं। जबकि, बिहार-यूपी-राजस्थान जैसे बड़ी आबादी वाले राज्यों में ऊंचे पदों पर महिलाओं की हिस्सेदारी 10% से भी कम है। हालांकि, इन तीनों राज्यों की कुल वर्कफोर्स में महिलाओं की हिस्सेदारी 20% के करीब हैं। यानी, इन राज्यों में बड़े पदों पर महिलाओं का पहुंचना दिल्ली जैसे राज्यों के मुकाबले बहुत कठिन है।
दिल्ली में जहां कुल वर्कफोर्स में महिलाएं सिर्फ 13.7% महिलाएं हैं, वहीं प्रबंधन के ऊंचे पदों पर महिलाओं की हिस्सेदारी 20% हो गई है। यानी, ऊंचे पदों पर महिलाओं की हिस्सेदारी सामान्य पदों के मुकाबले लगभग दोगुनी होने जा रही है, जोकि 10 साल पहले सामान्य पदों के बराबर थी। इसी तरह की ग्रोथ मिजोरम और मणिपुर में भी दिखी है।
देश के 3 राज्यों- दिल्ली, मिजोरम और मणिपुर में प्रबंधन के पदों पर महिलाओं की हिस्सेदारी सामान्य वर्कफोर्स के मुकाबले ज्यादा है। हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में प्रबंधन के पदों पर महिलाएं सामान्य पदों के मुकाबले कम हैं। हिमाचल में कुल वर्कफोर्स में 45% महिलाएं हैं, जबकि ऊंचे पदों पर सिर्फ 12% हैं। यही हाल जम्मू-कश्मीर का है। वहां ऊंचे पदों पर सिर्फ 4.5% महिलाएं हैं, जबकि कुल वर्कफोर्स में 37% महिलाएं हैं।
देश में कुल वर्कफोर्स में महिलाओं की हिस्सेदारी 30% है। जबकि, ऊंचे पदों पर महिलाओं की हिस्सेदारी सिर्फ 18% है। मप्र में उच्च पदों पर 23.1% महिलाएं, कुल वर्कफोर्स में इनका हिस्सा 18.9%। सर्वे के मुताबिक मप्र में 12वीं पास कर चुके 25 या उससे अधिक उम्र के कुल 42.3% लोग हैं और 16 से 65 साल की उम्र वाली 32.3% महिलाएं वर्कफोर्स में शामिल हैं। 23.1% महिलाएं विधायक, वरिष्ठ अधिकारी और मैनेजर जैसे उच्च पदों पर कार्यरत मिलीं। जबकि 43.9% महिलाएं तकनीकी काम से जुड़ी हुई हैं। राज्य के कुल वर्कफोर्स में 18.9% महिलाएं मैनेजर हैं।
वहीं, 18.8% महिलाएं सीनियर और मिडिल मैनेजमेंट संभाल रही हैं। 25 या उससे अधिक उम्र की सिर्फ 1.8% महिलाओं ने ही ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। 15 से 64 साल की उम्र वाली 0.9% महिलाएं ही हर दिन कमाती हैं यानी रेगुलर सैलरी पर हैं। बता दें कि यह कैल्कुलेशन 100 पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का है। जैसे मध्यप्रदेश में अगर 100 पुरुष इन सेवाओं में हैं तो महिलाएं 44 हैं यानी पुरुषों के मुकाबले आधी।
Shiddhant Shriwas
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