मिज़ोरम

Covid-19 : अचानक से क्यों बढ़ने लगे केस, क्या आ गया कोई नया वैरिएंट? जानिए विशेषज्ञ

Shiddhant Shriwas
12 Jun 2022 12:17 PM GMT
Covid-19 : अचानक से क्यों बढ़ने लगे केस, क्या आ गया कोई नया वैरिएंट? जानिए विशेषज्ञ
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देश में पिछले एक हफ्ते से कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले डराने वाले हैं। जनवरी के बाद पहली बार दैनिक संक्रमण के केस 8 हजार के आंकड़े को पार हुए हैं। शनिवार को जहां 8329 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की गई थी, वहीं पिछले 24 घंटे में यह आंकड़ा बढ़कर 8582 पहुंच गया है। कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों ने एक और संभावित लहर को लेकर लोगों के मन में सवाल खड़े कर दिए हैं। इन सब के बीच एक बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर एकदम से संक्रमण के मामलों में किस वजह से उछाल आ गया है? क्या देश में कोरोना का कोई नया वैरिएंट सामने आया है जो रोजाना के बढ़ते केस के लिए जिम्मेदार है?

पिछले पांच दिनों के आंकड़े की बात करें तो 8 जून के जहां 5233 नए संक्रमितों की पुष्टि की गई थी, वहीं 9 जून को यह आंकड़ा बढ़कर 7240 पहुंच गया। इसके अगले दिन 7584 लोगों में संक्रमण के मामले सामने आए जोकि 11 जून को बढ़कर 8329 तक पहुंच गया। दिन प्रति दिन बढ़ती संक्रमण की रफ्तार के पीछे क्या कोरोना का कोई नया वैरिएंट है, या फिर किसी और वजह से केस बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं? आइए इस बारे में विशेषज्ञों से विस्तार से समझते हैं।

कुछ जिलों में रिपोर्ट किए जा रहे ज्यादातर केस

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक केरल में सात और मिजोरम में पांच जिलों सहित देश के सत्रह जिलों में साप्ताहिक सकारात्मकता दर 10 प्रतिशत से अधिक की रिपोर्ट की जा रही है। जबकि केरल में सात और महाराष्ट्र-मिजोरम में चार-चार जिलों सहित कुल 24 जिलों में साप्ताहिक सकारात्मकता दर पांच से 10 फीसदी के बीच है। इसका मतलब यह है कि संक्रमण कुछ स्थानों में ही तेजी से बढ़ रहा है, हालांकि इसे अन्य जिलों के लिए अलार्मिंग साइन के रूप में देखा जाना चाहिए।

किसी नए वैरिएंट को लेकर घबराने की जरूरत नहीं

संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के मामलों में एक बार फिर से देखा जा रहा उछाल चिंता जरूर बढ़ा रहा है, हालांकि इसके कारणों को लेकर फिलहाल पैनिक होने की जरूरत नहीं है। अब तक की जांच में बढ़ते मामलों के लिए किसी नए वैरिएंट को जिम्मेदार नहीं पाया गया है, ज्यादातर मामले ओमिक्रॉन और इसके सब-वैरिएंट्स से संबंधित ही हैं। इसके अलावा ज्यादातर केस कुछ जिलों से ही अधिक रिपोर्ट हो रहे हैं, जिसे नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बढ़ते मामलों के लिए किसी नए वैरिएंट को कारण नहीं माना जा सकता है।

ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट्स के कारण बढ़े केस

संक्रमण के बढ़ते दैनिक मामलों के कारक वैरिएंट्स के बारे में टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) के अध्यक्ष डॉ एन के अरोड़ा कहते हैं, भारत में ओमिक्रॉन के BA.2 के अलावा BA.4 और BA.5 सब-वैरिएंट्स के केस देखे जा रहे हैं। इनकी संक्रामता दर अधिक मानी जाती रही है, हालांकि इसके कारण गंभीर रोग के मामले कम देखने को मिले हैं। पिछले दिनों कई देशों में इन वैरिएंट्स की वजह से संक्रमण में बड़ा उछाल देखा गया था, इसलिए सभी लोगों को संक्रमण से बचाव के सभी आवश्यक उपाय करते रहने चाहिए।

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