COVID-19 : जून में ढाई गुना मिला केस, चौथी लहर की आशंका
भारत में एक बार फिर कोरोना के मामलों में तेजी दर्ज की जा रही है। देश में पिछले 24 घंटों कोरोना के 7240 नए मामले सामने आए हैं। सरकार भी कोरोना को लेकर सतर्क है। सरकार ने इस संदर्भ में राज्य सरकारों को चिट्ठी भी लिखी है। इस बीच कोरोना की चौथी लहर को लेकर आशंका जताई जा रही थी। जिसे स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने खारिज किया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में जब तक कोरोना का कोई नया वैरिएंट नहीं मिलता है तब तक देश में कोरोना की चौथी लहर की संभावनाएं ना के बराबर हैं।
गौरतलब है कि बुधवार को देश में 5233 नए मरीज सामने आए थे। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को 3741 नए संक्रमित मिले थे। देश में लगातार दूसरे दिन कोरोना मरीजों में 40 फीसदी का इजाफा हुआ है। बुधवार को 94 दिन बाद देश में नए संक्रमितों की संख्या 5000 के पार पहुंची थी।
चौथी लहर की संभावना फिलहाल नहीं
भारत में बढ़ते मामलों के बीच शीर्ष विशेषज्ञ ने चेतावनी दी है कि भारत में जब तक एक नए कोरोना वैरिएंट का पता नहीं चलता, तब तक चौथी लहर की संभावना को सही नहीं माना जा सकता। मैक्स हेल्थकेयर के निदेशक डॉ. रोमेल टिक्कू ने कहा कि भारत में चौथी लहर की संभावना नहीं है, जब तक कि एक नया कोरोना संस्करण रिपोर्ट नहीं किया जाता और इसमें पिछले वैरिएंट से अलग विशेषताएं हों। उन्होंने कहा कि लोग अलग-अलग जगहों की यात्राएं कर रहें इसके कारण देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।
डा. रोमेल टिक्कू ने कहा है कि भारत में कोरोना को लेकर कोई बड़ा उछाल आने की आशंका नहीं है। हालांकि, उन्होंने भी कोरोना महामारी को लेकर सावधानी बरतने की बात कही है। उन्होंन कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करने को कहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरल बीमारी है ये अभी हमारे बीच रहेगी।
केंद्र ने पांच राज्यों को लिखा पत्र
इस बीच केंद्र की ओर से पांच राज्यों को चिट्ठी भी लिखी गई है, जिसमें सरकार ने उन्हें कोरोना से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाने की हिदायत दी है। जिन राज्यों पर केंद्र सरकार करीब से नजर रख रही है, उनमें महाराष्ट्र, केरल, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक शामिल हैं।