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24 घंटे से भी कम समय में असम और मेघालय में 3.9 तीव्रता के दो भूकंप आए। पहला भूकंप मेघालय के नोंगपोह इलाके में 12 किमी की गहराई पर था।
24 घंटे से भी कम समय में असम और मेघालय में 3.9 तीव्रता के दो भूकंप आए। पहला भूकंप मेघालय के नोंगपोह इलाके में 12 किमी की गहराई पर था। वहीं दूसरा असम के नागांव में 55 किमी की गहराई पर था।रिपोर्टों में कहा गया है कि राज्य में आए दूसरे भूकंप के बाद मध्य और उत्तरी असम के कुछ हिस्सों में झटके महसूस किए गए। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी भूकंप में जानमाल के नुकसान या संपत्ति के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। देश का उत्तरपूर्वी भाग उच्च भूकंपीय क्षेत्र में आता है।
आपको बता दें कि पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है। भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है।
कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।
Ritisha Jaiswal
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