सुशांत सिन्हा ने दागा सत्यपाल मलिक पर सवाल बोले: पीएम मोदी से झगड़ा हो गया तो इस्तीफा क्यों नहीं दे देते? साथ ही राकेश टिकैत को भी लिया निशाने पर
सुशांत सिन्हा ने कहा कि सत्यपाल मलिक को लगता है कि भई मुझे तो कैबिनेट मिनिस्टर होना चाहिए था। इस उम्र में होता है कि लोगों को सपने आते हैं। इनकी कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है। कुछ भी बोलते हैं।
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ हुई मुलाकात के बारे में खुलासा करके सियासत के गलियारों में हलचल मचा दी है। हरियाणा के दादरी में एक कार्यक्रम में सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी के साथ हुए अपने झगड़े के बारे में बताते हुए कहा कि जब वह किसानों की मौत के बारे में प्रधानमंत्री से बात कर रहे थे, तब उनमें बहुत घमंड नजर आ रहा था। सत्यपाल मलिक ने क्या कहा, 'मैं जब किसानों के मामले में प्रधानमंत्री जी से मिला तो मेरी पांच मिनट में ही उनसे लड़ाई हो गई। वो बहुत घमंड में थे। जब मैंने उनसे कहा, हमारे 500 लोग मर गए, तो उन्होंने कहा, मेरे लिए मरे हैं? मैंने कहा आपके लिए ही तो मरे थे, क्योंकि आप राजा जो बने हुए हो, इसको लेकर मेरा उनसे झगड़ा हो गया।' सत्यपाल मलिक के इस खुलासे पर मशहूर एंकर सुशांत सिन्हा ने प्रतिक्रिया दी है।
सत्यपाल मलिक के खुलासे पर सुशांत सिन्हा ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर गवर्नर साहब का पीएम मोदी से झगड़ा हो गया था तो उन्होंने इस्तीफा क्यों नहीं दे दिया? सुशांत सिन्हा ने सत्यपाल मलिक के साथ राकेश टिकैत पर भी निशाना साधा है।
मोदी एरोगेंट हैं, किसानों के बारे में ऐसा बोला तो सत्यपाल मलिक ने तभी इस्तीफा क्यों नहीं दिया
सुशांत सिन्हा ने कहा, 'सत्यपाल मलिक ये दावा कर रहे हैं कि पीएम मोदी इतने एरोगेंट हैं कि उन्होंने कहा- 'किसान क्या मेरे लिए मर गया क्या ?' तो भई आपका तो जमीर था, आपको (सत्यपाल मलिक) तो उसी समय लौटना था राजभवन और कहना चाहिए था कि भई मैं तो ऐसे आदमी के साथ काम नहीं करूंगा। लेकिन तब आप बैठे रहे। दरअसल, इनको पता है कि नरेंद्र मोदी तो इनके स्तर पर आकर बोलने वाले हैं नहीं… कि एक राज्यपाल और एक प्रधानमंत्री की मीटिंग में क्या बात हुई? तो ये एक तरफा बोलते हैं। कुछ भी बोलते हैं, ये झगड़ा करके चले आए, लेकिन इनकी हिम्मत नहीं हुई कि इस्तीफा लिख दें।'
सुशांत सिन्हा ने सवाल उठाया, 'ये बात अगर हुई थी तो इतने दिन से क्यों नहीं बताया। अभी इनको बताने की क्या जरूरत पड़ी? ये सब जो हैं… ये जो नरेंद्र मोदी से आकर बात करते हैं, ये बाहर आकर बता देते हैं।'
सत्यपाल मलिक से सुशांत सिन्हा के तीन सवाल
सुशांत सिन्हा ने सवाल पूछा- बतौर गवर्नर आपकी बात हुई अंदर… तो आपने बाहर आकर क्यों कहा? दूसरा- आप इस्तीफा क्यों नहीं दे देते? तीसरा- ये कैसे मान लें कि आप जो कह रहे हो वो सही कह रहे हो? दरअसल, ये सारी बातें इसलिए सामने आ रही हैं, क्योंकि मेरठ दौरे पर जब पीएम मोदी गए तो वहां मोदी-मोदी हो रहा था। इन लोगों को इस बात से तकलीफ है। सत्यपाल मलिक चाहते हैं कि मोदी उनको गवर्नर की कुर्सी से हटाएं और ये जाकर चुनाव लड़ेंगे। लेकिन मोदी इनको हटा नहीं रहे हैं। इसलिए ये लोग आकर बोल रहे हैं कि मोदी ने कहा- किसान मेरे लिए मरे हैं क्या?
मोदी-योगी की लोकप्रियता देखकर बौखला रहे हैं ये लोग
सुशांत सिन्हा ने टाइम्स नाउ नवभारत के पोल का हवाला देते हुए कहा कि इसमें योगी सरकार को 48 प्रतिशत लोगों ने किसान हितैषी बताया है। अब ये बात इन लोगों से हजम नहीं हो रही है कि किसान आंदोलन के बाद भी इनकी तो लोकप्रियता कम नहीं हो रही है। इनकी दिक्कत ये है कि यूपी के ग्रामीण इलाकों में बीजेपी को 40 प्रतिशत लोग पसंद कर रहे हैं। अब इनकी दिक्कत ये है कि इनको लगता था कि भई हम तो किसानों को भड़काकर आए थे लेकिन ये तो अब भी बीजेपी को पसंद कर रहे हैं। इनकी दिक्कत ये है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में, जहां इनको लगता था कि हम तो जाट कम्युनिटी को भड़काकर आए हैं, वहां भी सर्वे में बीजेपी को 60 सीट आती दिख रही हैं। इतने हाथ-पैर मारने के बावजूद न तो नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता कम कर पा रहे हैं और न ही योगी आदित्यनाथ की। अब वो ये सोच रहे हैं कि अगर ये माहौल बना रहेगा तो उनको कौन टिकट देगा, वो कैसे चुनाव लड़ेंगे?
बीजेपी कमजोर नजर आती तो राकेश टिकैत और सत्यपाल मलिक कबका चुनावी मैदान में कूद गए होते
सुशांत सिन्हा ने कहा कि सत्यपाल मलिक को लगता है कि भई मुझे तो कैबिनेट मिनिस्टर होना चाहिए था। इस उम्र में होता है कि लोगों को सपने आते हैं। इनकी कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है। कुछ भी बोलते हैं। अगर ये लोग समझ जाते हैं कि यूपी में बीजेपी कमजोर नजर आ रही है तो राकेश टिकैत और सत्यपाल मलिक कबका चुनाव लड़ने का फैसला ले लेते। सत्यपाल मलिक कबका इस्तीफा दे देते और चुनावी मैदान में उतर जाते, लेकिन इन लोगों को अब तक खुद पर भरोसा ही नहीं है। अरे जब भरोसा ही नहीं, चुनाव लड़ने का तो आप मोदी को क्या हराओगे।