मेघालय
मेघालय में भारी बारिश, देखते ही देखते बाढ़ की पानी में बह गया पुल, देखें VIDEO
Renuka Sahu
10 Jun 2022 4:00 AM GMT
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फाइल फोटो
मेघालय में इस साल हुई भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की वजह से कई लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य को विस्थापित होना पड़ा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मेघालय में इस साल हुई भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन (Meghalaya Floods 2022) की वजह से कई लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य को विस्थापित होना पड़ा है. एक ही परिवार के तीन लोग और एक 2 साल का बच्चा राज्य के गारो हिल्स में गुरुवार को अलग-अलग जगह भूस्खलन की चपेट में आ गए. दक्षिणी गारो हिल्स का एक वीडियो भी सामने आया है, जिससे यहां के हालात का पता चल रहा है. वीडियो में दिखाई देता है कि कैसे एक पूरा का पूरा पुल बाढ़ (Bridge Washed Away in Rain) के पानी में बह गया. ये पुल बुगी नदी पर बना है और रुगा को जेजिका गांव से जोड़ता है. बुगी को गारो हिल्स की तीसरी बड़ी नदी माना जाता है.
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी दी है कि अरुणाचल प्रदेश में 10-11 जून, और असम, मेघायल में अगले पांच दिनों के दौरान भारी बारिश (204.4 मिलीमीटर से अधिक) होगी. आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि मानसून ने 29 मई को केरल तट पर दस्तक दी और 31 मई से सात जून के बीच दक्षिण एवं मध्य अरब सागर, पूरे केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में पहुंच गया था. गौरतलब है कि देश में वार्षिक बारिश में 70 प्रतिशत बारिश मानसूनी हवाओं से होती है और इसे कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए जीवनरेखा माना जाता है.
मेघालय में बाढ़ के कारण पुल बहा
दो दिन में महाराष्ट्र पहुंच सकता है मानसून
जेनामणि ने पत्रकारों से कहा, मानसून में कोई विलंब नहीं है. अगले दो दिनों में इसके महाराष्ट्र पहुंचने की संभावना है और उसके बाद के दो दिनों में पूरे मुंबई में मानसून पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा, तेज हवाएं हैं और अगले दो दिन में बादल बनने लगेंगे. जेनामणि ने बताया कि अगले दो दिनों में गोवा और महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. आईएमडी ने पिछले महीने बताया था कि इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य रहेगा और गत 50 साल के औसत 87 सेंटीमीटर वर्षा के मुकाबले 103 प्रतिशत बारिश होगी.
मेघालय समेत कई राज्यों में भारी बारिश
यह लगातार सातवां साल होगा जब जून से सितंबर के बीच देश में सक्रिय रहने वाले मानूसन के दौरान देश में सामान्य वर्षा होगी. जेनामणि ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी बारिश का पूर्वानुमान है. असम में पिछले महीने भी बाढ़ आ चुकी है. मानसून पूर्व हुई भारी बारिश और उससे आई बाढ़ की वजह से सड़क, रेल पटरियों और पुलों सहित अवसंरचना को भारी नुकसान हुआ. जब जेनामणि से पूछा गया कि दिल्ली-एनसीआर और देश के पश्चिमोत्तर भारत तक क्या मानसून सामान्य तारीख तक पहुंच जाएगा तो उन्होंने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.
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