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नई दिल्ली, (आईएएनएस)| एक के बाद एक नए राज्यों में अपनी ताकत बढ़ाने और सरकार बनाने के मिशन में जुटी भाजपा को इस बार पूर्वोत्तर राज्य मेघालय से काफी उम्मीदें नजर आ रही हैं। जहां एक तरफ सत्ताधारी गठबंधन को तोड़ कर भाजपा ने राज्य की सभी 60 विधान सभा सीटों पर लड़ने का फैसला किया तो वहीं राज्य में ज्यादा से ज्यादा जनसमर्थन हासिल करने के लिए पार्टी ने अपने सबसे लोकप्रिय चेहरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कुशल रणनीतिकार अमित शाह को राज्य में उतार दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को मेघालय के नॉर्थ तुरा में जनसभा की तो वहीं इसके अगले दिन यानी कल ( शुक्रवार ) शाह का राज्य में दो जनसभाओं को संबोधित करने का कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 24 फरवरी को मेघालय जाने का कार्यक्रम है। अपने मेघालय दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी रैली करने के साथ ही रोड शो के जरिए भी भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे।
मेघालय को लेकर भाजपा की रणनीति बिल्कुल साफ है कि पिछले 5 वर्षों के दौरान भले ही वो सत्ताधारी गठबंधन में एनपीपी के साथ रही हो लेकिन इसके बावजूद वो बैकफुट पर नहीं बल्कि फ्रंटफुट पर खेलकर पार्टी को राज्य में मजबूत करना चाहती है।
राज्य में होने वाले बहुकोणीय चुनावों में भाजपा को प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता, आदिवासी, युवा और महिला मतदाताओं के साथ-साथ उन लोगों से काफी उम्मीदें हैं जो भ्रष्टाचार से त्रस्त हैं। आपको बता दें कि इस ईसाई और आदिवासी बहुल राज्य में 60 में से 55 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, वहीं राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या भी पुरुषों से ज्यादा है।
इन्ही वर्गों को लुभाने की रणनीति के तहत अमित शाह ने गुरुवार को नॉर्थ तुरा की अपनी रैली में कहा कि मेघालय की राज्य सरकार की लापरवाही और उनके मिसमैनेजमेंट के कारण 2022-23 में राज्य का डेफिसिट बढ़ कर लगभग 1849 करोड़ रुपये हो गया है। ऐसा केवल भ्रष्टाचार के कारण ही हुआ है। यहां जिस स्केल पर भ्रष्टाचार हुआ है, उसकी बानगी देश में कहीं भी दिखाई नहीं देती है। शाह ने कहा कि मेघालय एनर्जी कॉर्पोरेशन बंद होने के कगार पर आ गया है। आरबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार मेघालय, देश में सबसे कम गति से विकास करने वाला राज्य है। मेघालय आते-आते मोदी सरकार की सारी योजनायें अ²श्य हो जाती हैं। उन्होंने मेघालय को भ्रष्टाचार-मुक्त राज्य बनाने का वादा किया।
आदिवासी मतदाताओं को राजनीतिक संदेश देते हुए शाह ने कहा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर साल 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने की शुरूआत की और आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में संग्रहालय के निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपये का आवंटन किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही हैं जिनकी दूरदर्शिता के कारण आज देश की राष्ट्रपति भी आदिवासी हैं। आजादी के बाद पहली बार एक गरीब आदिवासी महिला देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर प्रतिष्ठित हुई हैं, यह आदिवासी समाज सहित पूरे देश के लिए गौरव का विषय है।
शाह ने राज्य की जनता को डबल इंजन सरकार के फायदे के बारे में बताते हुए कहा कि जब राज्य में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार होती है तो विकास को कोई रोक नहीं सकता। प्रधानमंत्री राज्य के विकास और लोगों के कल्याण के लिए कई योजनायें भेजते हैं लेकिन मेघालय आते-आते सारी योजनायें अ²श्य हो जाती हैं। यदि मेघालय में विकास करना है, लाभार्थियों तक उनका हक पहुंचाना है तो यहां भाजपा को मजबूत बनाना होगा। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भारत के इतिहास में नरेंद्र मोदी देश के पहले और अब तक के इकलौते प्रधानमंत्री हैं जो 51 बार पूर्वोत्तर राज्यों के दौरे पर आए हैं।
आपको बता दें कि, मेघालय की सभी 60 विधान सभा सीटों पर एक ही चरण में 27 फरवरी को मतदान होना है। नतीजों की घोषणा 2 मार्च को होगी।
--आईएएनएस
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Rani Sahu
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