मणिपुर

म्यांमार बॉर्डर पार करने पर 35 हजार में स्कूटी और 70 रु. में पेट्रोल खरीद लोग, जानें वजह

Kunti Dhruw
24 Nov 2021 7:46 AM GMT
म्यांमार बॉर्डर पार करने पर 35 हजार में स्कूटी और 70 रु. में पेट्रोल खरीद लोग, जानें वजह
x
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर (Manipur) में 13 नवंबर को असम राइफल्स के 5 जवानों की शहादत के बाद सेना ने म्यांमार बॉर्डर (Myanmar Border) पर सख्ती बढ़ा दी है।

MANIPUR: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर (Manipur) में 13 नवंबर को असम राइफल्स के 5 जवानों की शहादत के बाद सेना ने म्यांमार बॉर्डर (Myanmar Border) पर सख्ती बढ़ा दी है। खुफिया जानकारी भी जुटाई जा रही है। बताया जा रहा है कि उग्रवादी हमला करने के बाद म्यांमार भाग गए हैं। म्यांमार से 398 किमी का बॉर्डर साझा करने वाले मणिपुर का मोरेह टाउन (Moreh Town) वह जगह है, जहां से म्यांमार की दूरी 50 मीटर से भी कम है।

यहां एक तरफ म्यांमार (Myanmar) में रहने वाले लोग नजर आते हैं तो दूसरी तरफ भारतीय। मोरेह (Moreh) में कुकी, मैतीय, बिहारी, तमिल, मारवाड़ी और नेपाली रहते हैं। यहां इंडिया-म्यांमार फ्रेंडशिप गेट बना हुआ है, जिसके जरिए बिना किसी पासपोर्ट या वीजा के म्यांमार के लोग इस टाउन में आ सकते हैं और यहां से लोग म्यांमार जा सकते हैं। हालांकि कोरोना के चलते यह गेट करीब दो साल से बंद है। इस गेट के अलावा टाउन में ही एक ब्रिज भी है, जहां से दोनों देशों के लोग आना-जाना करते हैं। अभी ब्रिज भी बंद है। बता दें कि ब्रिज और गेट खुलने वाले थे, लेकिन इसी बीच हमारे जवानों पर हमला हो गया और सेना ने फिर सख्ती बढ़ा दी। हालांकि गेट बंद होने के बाद भी दोनों तरफ के लोगों का आना-जाना हो रहा है। म्यांमार (Myanmar) से जो लोग मोरेह आते हैं, उन्हें शाम 4 बजे तक हर हाल में वापस लौटना पड़ता है।
मोरेह टाउन (Moreh town) के लोग सस्ता सामान खरीदने म्यांमार (Myanmar) जाते हैं, क्योंकि जो स्कूटी भारत में 70 से 80 हजार रुपए में आ रही है, वही स्कूटी म्यांमार में 35 से 40 हजार रुपए में मिल जाती है। इसी तरह भारत में जो पेट्रोल 100 से 110 रुपए लीटर तक में मिल रहा है, वही पेट्रोल म्यांमार में 70 से 80 रुपए लीटर में मिल जाता है। म्यांमार के लोग हर रोज सुबह 7 से 8 बजे के करीब मोरेह में दुकान लगाने आ जाते हैं। यहां पक्की दुकानें तो भारतीयों की हैं, लेकिन उनके सामने बने फुटपाथ पर लगने वाली अधिकांश दुकानें म्यांमार के लोगों की हैं।
इंफाल (Imphal) से मोरेह जाते वक्त दो चेक पोस्ट आती हैं, लेकिन तब कोई खास पड़ताल नहीं होती। जबकि मोरेह से इंफाल लौटते वक्त जमकर जांच पड़ताल की जा रही है। चेक पोस्ट पर हर एक गाड़ी को रोका जा रहा है और गाड़ी में जो भी सामान रखा है उसकी स्कैनिंग की जा रही है। यहां फोटो और वीडियो बनाने पर भी रोक है।


Next Story