मणिपुर

पूर्णिया की जीविका दीदी इन दो राज्यों की ग्रामीण महिलाओं को करेंगी जागरूक, जानिए क्या है उद्देश्य

Gulabi
25 Dec 2021 2:03 PM GMT
पूर्णिया की जीविका दीदी इन दो राज्यों की ग्रामीण महिलाओं को करेंगी जागरूक, जानिए क्या है उद्देश्य
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जिले की स्वयं सहायता समूह की जीविका दीदी अब ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करेंगी
पूर्णिया। जिले की स्वयं सहायता समूह की जीविका दीदी अब मेघालय (Meghalaya) और मणिपुर (Manipur) की ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करेंगी। जिले की बीस जीविका दीदियों को बतौर सीआरपी (कामन रिसोर्स पर्सन) चयनित किया गया है। स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता अपना कर मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। इसके लिए सामुदायिक स्तर पर महिलाओं को विशेष तौर पर जागरूक होना होगा। जीविका के डीपीएम सुर्निमल गरेन ने बताया कि सभी जीविका दीदी को जिला कार्यालय स्थित प्रशिक्षण हाल में इस विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।
फील्ड में प्रायोगिक प्रशिक्षण भी मिलेगा। प्रशिक्षण के बाद सभी बीस सीआरपी को मणिपुर और मेघालय जैसे राज्य में भेजा जाएगा। यह समुदाय स्तर पर महिलाओं को जागरूक करने का भी मौका मिलेगा और सभी चयनित सीआरपी को जीविका भुगतान भी करेगी जो आवागमन खर्च के अतिरिक्त होगा। जिले के कसबा, बनमनखी और बीकोठी प्रखंड से सभी जीविका दीदी चयनित होगी। 30 दिसंबर तक सभी फील्ड में मिले प्रशिक्षण को कार्यान्वित करने का मौका मिलेगा। पटना से विशेष रिसोर्स पर्सन आकर सभी महिलाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं।
व्यवहार परिवर्तन बीमारी पर होने वाले खर्च को बचाया जा सकता है। इस संबंध में स्वच्छता और पोषण काफी महत्वपूर्ण होता है। स्वच्छता और पोषण पर फोकस कर कई बीमारियों से बचाया जा सकता है। गर्भवती महिलाओं का समुचित पोषण होने से जच्चा और बच्चा दोनों को सुरक्षित किया जा सकता है। बच्चों के कुपोषण का बड़ा कारण गर्भवती महिलाओं को उचित ख्याल नहीं रखना है। महिलाओं का संतुलित खानपान और नवजात शिशुओं का विशेष ख्याल रखने कुपोषण से बचा जा सकता है। इसमें स्वच्छता, संपूर्ण टीकाकरण शामिल है। इस संबंध में जिले की बीस जीविका दीदियों को प्रशिक्षण देकर तैयार किया गया है।
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