मणिपुर

कुकी-ज़ो के 4 लोगों की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ मणिपुर में जारी अनिश्चितकालीन बंद समाप्त

Rani Sahu
3 Oct 2023 3:12 PM GMT
कुकी-ज़ो के 4 लोगों की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ मणिपुर में जारी अनिश्चितकालीन बंद समाप्त
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इंफाल (आईएएनएस)। मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में दो छात्रों की हत्या के मामले में सीबीआई ने कुकी-ज़ो के चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके विरोध में सोमवार सुबह से शुरू हुआ अनिश्चितकालीन बंद मंगलवार शाम को समाप्त हो गया है।
अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान करने वाले इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने मंगलवार को कहा कि सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद बंद मंगलवार शाम छह बजे समाप्त हुआ।
शीर्ष आदिवासी संगठन के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता गिन्ज़ा वुअलज़ोंग ने कहा कि आईटीएलएफ स्थिति पर नज़र रखना जारी रखेगा और यदि तीव्र आंदोलन की आवश्यकता हुई तो सार्वजनिक नोटिस जारी किया जाएगा।
आईटीएलएफ महिला विंग के वीकली धरने के संबंध में लगातार दो दिवसीय बंद को देखते हुए बुधवार को धरना रद्द कर दिया जाएगा और अगले सप्ताह से सामान्य रूप से फिर से शुरू किया जाएगा।
सोमवार और मंगलवार को पूर्ण बंद के दौरान आदिवासी बहुल चुराचांदपुर में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। पुलिस ने कहा कि दुकानें, बाजार, वाणिज्यिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं, सार्वजनिक वाहन सड़कों से गायब हैं। जबकि, जिले में बंद के मद्देनजर सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालय और वित्तीय संस्थान बंद रहे।
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को कहा था कि दो युवा छात्रों की हत्या के चार संदिग्धों को सीबीआई और अन्य सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के तुरंत बाद, आईटीएलएफ ने रविवार रात को 48 घंटे के भीतर दो महिलाओं सहित चार लोगों की रिहाई की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया।
आईटीएलएफ ने कहा था, ''यदि रिहाई नहीं हुई तो मणिपुर के सभी पहाड़ी जिलों में और अधिक तीव्र आंदोलन होगा।"
इस बीच, मणिपुर के कांगपोकपी स्थित आदिवासी संगठन, कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी (सीओटीयू) ने भी धमकी दी कि अगर केंद्र सरकार पिछले कुछ दिनों के दौरान सीबीआई और एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को रिहा नहीं करती है, तो कांगपोकपी जिले में अनिश्चितकालीन बंद शुरू किया जाएगा।
सीओटीयू ने दो छात्रों की हत्या के सिलसिले में सीबीआई द्वारा चार लोगों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया कि वह सीबीआई को सभी गिरफ्तार लोगों को रिहा करने और मैतेई अपराधियों की जांच शुरू करने का निर्देश दे।
जातीय हिंसा से तबाह हुए मणिपुर में 17 वर्षीय छात्रा हिजाम लिनथोइंगंबी और 20 वर्षीय फिजाम हेमजीत की हत्या के विरोध में पिछले हफ्ते बड़े पैमाने पर छात्रों का आंदोलन हुआ। जो बिष्णुपुर जिले के रहने वाले थे और जातीय हिंसा के चरम के दौरान 6 जुलाई को लापता हो गए थे।
मारे गए दोनों छात्रों की तस्वीरें 25 सितंबर को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल हुईं। जिससे तीव्र आंदोलन शुरू हो गया, जिसमें सुरक्षाबलों के साथ झड़प में लड़कियों सहित कम से कम 100 छात्र घायल हो गए, जिन्होंने उन्हें मुख्यमंत्री के बंगले की ओर मार्च करने से रोका था।
छात्रों के आंदोलन को देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों को 5 अक्टूबर तक बंद कर दिया, और मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर 6 अक्टूबर तक फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया।
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