बाहरी मणिपुर लोकसभा सीट के लिए चुनाव न लड़ें, मगर वोट डालें: आईटीएलएफ
इम्फाल: मणिपुर के शीर्ष आदिवासी संगठन इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने मंगलवार को कुकी-ज़ो समुदाय के आदिवासियों से बाहरी मणिपुर लोकसभा (एसटी) सीट पर चुनाव न लड़ने, मगर वोट डालने के लिए कहा।
इसने कुकी-ज़ो लोगों और गांव के स्वयंसेवकों से लोकसभा चुनाव से पहले अपने लाइसेंसी हथियार जमा करने के राज्य सरकार के आदेशों का पालन नहीं करने को भी कहा।
आईटीएलएफ के अध्यक्ष पागिन हाओकिप और सचिव मुआन टोम्बिंग ने एक संयुक्त बयान में कहा, "भारतीय नागरिक के रूप में हम अपने समुदाय के सदस्यों को सलाह देते हैं कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान करके अपने मताधिकार का उपयोग करें, लेकिन बाहरी मणिपुर संसद सीट के लिए चुनाव लड़ने से बचें।"
उन्होंने कहा कि घटक जनजातियों के साथ परामर्श के बाद यह निर्णय लिया गया।
कांग्रेस ने पूर्व विधायक अल्फ्रेड कन्नगम एस. आर्थर को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने आदिवासियों के लिए आरक्षित सीट पर कचुई टिमोथी जिमिक को उम्मीदवार बनाया है। ये दोनों तांगखुल नागा समुदाय से हैं।
आर्थर मणिपुर में कांग्रेस के नेतृत्व वाले 10-पार्टी गठबंधन के सर्वसम्मत उम्मीदवार हैं, जबकि ज़िमिक एक सेवानिवृत्त भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी हैं। सत्तारूढ़ भाजपा ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह एनपीएफ उम्मीदवार का समर्थन करेगी।
हथियारों पर आईटीएलएफ का निर्देश तब आया, जब चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए मणिपुर के 16 जिलों के जिला मजिस्ट्रेटों ने आदेश जारी कर सभी लाइसेंस प्राप्त बंदूक मालिकों को इस महीने तक अपने हथियार निकटतम पुलिस स्टेशनों में जमा करने के लिए कहा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चुनाव के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।