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मुंबई। अंधेरी उपचुनाव को लेकर छिड़ी जंग अब और जंग में तब्दील होती जा रही है। विधायक रमेश लटके (MLA Ramesh Latke) के मौत से खाली पड़ी सीट पर मध्यावधि चुनाव कराने की घोषणा चुनाव आयोग ने की है। शिवसेना ने इस विधानसभा से सवर्गीय रमेश लटके की पत्नी ऋतुजा लटके को उम्मीदवारी देने की घोषणा की है। ऋतुजा लटके मनपा की कर्मचारी होने के कारण उन्हें चुनाव लडने के लिए अपना इस्तीफा देना चाहिए। मनपा नियमानुसार किसी व्यक्ति का इस्तीफा अथवा स्वेच्छा निवृत्ति पर कर्मचारी द्वारा उठाए गए कदम पर तीन महीने तक अपना निर्णय लेने का अधिकार है। ऋतुज लटके ने अभी एक महीने पूर्व ही मनपा के कर्मचारी पद से इस्तीफा दिया है । मनपा के पास अभी भी दो महीने का समय है उनके इस्तीफे पर निर्णय लेने का । मनपा प्रशासन ने अगले एक हफ्ते में ऋतुजा के इस्तीफे पर निर्णय नहीं लिया तो ऋतुजा विधान सभा का चुनाव नही सकेगी जिससे उद्धव ठाकरे की अब परेशानी बढ़ गई हैं शिवसेना नेता अनिल पर मंगलवार को मनपा आयुक्त से मिलकर ऋतुजा का इस्तीफा मंजूर करने की अपील की। अनिल परब और शिवसेना के कई नगरसेवक मनपा के प्रशासनिक विभाग के पास पूरे दिन दौड़ भाग करते नजर आए।मनपा प्रशासन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया जिससे उद्धव ठाकरे की परेशानी बढ़ गई है। मनपा के नियमानुसार कोई भी कर्मचारी 20 साल की अपनी सेवा पूरी करने के बाद नौकरी से राजीनामा दे सकता है अथवा स्वेच्छा निवृत्ति ले सकता है। मनपा प्रशासन ने ऋतुजा का इस्तीफा अगले एक हफ्ते में मंजूर नहीं किया तो ऋतुजा विधान सभा का चुनाव नही लड़ पाएगी। राज्य चुनाव आयोग ने अंधेरी विधानसभा के लिए 14 अक्टूबर तक फॉर्म भरने की तारीख दी है । ऋतुजा का इस्तीफा मनपा ने 14 अक्तूबर के पूर्व मान्य नहीं किया तो नियम्तः उनका पर्चा खारिज हो जाएगा ऐसे समय में शिवसेना को इस विधानसभा में दूसरा उम्मीदवार उतरना पड़ेगा जो शिवसेना के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है।
Source : Hamara Mahanagar
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Rani Sahu
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