- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- पुणे-मुंबई...

x
पिंपरी: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ( Chief Minister Eknath Shinde) के निर्देश के बावजूद मावल तालुका में पुणे-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Pune-Mumbai Expressway) के उर्से टोल नाका (Urse Toll Naka) पर कोंकण जानेवाले गणेश भक्तों के लिए अलग से लेन नहीं बनाई गई। इसके कारण सोमवार को दिन भर टोल नाके पर कोंकणवासी वाहनों की लाइन में फंसे रहे। यही नहीं उनसे टोल वसूली (Toll Collection) भी जारी रही। इस पर गणेशोत्सव के लिए अपने गांव घर जाने के लिए निकले कोंकणवासियों ने कड़ी नाराजगी जताई।
गणेशोत्सव के लिए पुणे, पिंपरी-चिंचवड समेत अलग-अलग हिस्सों में बसे कोंकणवासी अपने गांव घर कोंकण जाते हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हालिया कोंकण जानेवाले कोंकणवासियों से टोल नहीं लेने के आदेश दिए हैं। टोलनाके पर इसके लिए अलग लेन बनाने के आदेश भी उन्होंने दिए हैं। हालांकि इस आदेश पर अमल नहीं हो रहा, ऐसा नजर आ रहा है।
मुख्यमंत्री ने दिया था यह आदेश
कोंकण में सड़कें खराब होने के कारण मुंबई और आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में गणेश भक्त गांव जाने के लिए एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल करते हैं। इन कोंकण जानेवाले गणेश भक्तों को इस उत्सव के लिए जाते समय टोल बूथ पर टोल का बोझ और ट्रैफिक जाम का सामना न करना पड़े, इसके लिए मुख्यमंत्री ने खालापुर टोल बूथ का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वे 11 सितंबर तक अस्थायी रूप से टोल संग्रह को रोक दें।
नहीं बनाई गई अलग से लेन
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए हैं कि टोल बूथ पर गणेश भक्तों के लिए अलग लेन बनाई जाए। इसके बाद भी उर्से टोल नाका पर अलग से लेन नहीं बनाई गई। इसके कारण कोंकण अपने गांव घर जाने के लिए निकले गणेश भक्तों को पूरे दिन फास्टैग लेन से गुजरना पड़ा। नतीजन उन्हें लाइनों में खड़े रहना पड़ा और उनसे टोल वसूली नियमित रूप से चलती रही। चूंकि कई गणेश भक्तों के पास अपने वाहन नहीं हैं, इसलिए उन्हें यात्री कारों, जीपों और अन्य फास्टैग वाहनों का उपयोग करना पड़ता है, इसलिए उन्हें भी टोल के बोझ का सामना करना पड़ता है। कोंकण जाने वाले गणेश भक्तों ने मांग की कि गणेश भक्तों की टोल छूट के लिए तत्काल टोल बूथ पर अलग से लेन बनाई जाए।
Next Story