महाराष्ट्र

मात्र 23 साल की सरपंच पर तीन गांव की जिम्मेदारी

Rani Sahu
23 Aug 2022 6:03 PM GMT
मात्र 23 साल की सरपंच पर तीन गांव की जिम्मेदारी
x
पूनम मोतीराम कसारे () जो कि मात्र 23 वर्ष की है. जो कि ब्रम्हापुरी मुख्यालय से मात्र दस किलोमीटर दूर तुलां मेंड में ग्राम पंचायत सरपंच के पद पर हैं
ब्रम्हपुरी: पूनम मोतीराम कसारे () जो कि मात्र 23 वर्ष की है. जो कि ब्रम्हापुरी मुख्यालय से मात्र दस किलोमीटर दूर तुलां मेंड में ग्राम पंचायत सरपंच के पद पर हैं. इतनी सी कम उम्र में सरपंच पद विभूषित करनेवाली पूनम इस समय तीन ग्रामों का प्रशासन संभाल रही है.
पूनम बीएससी स्नातक है. घर की हालत नाजुक होने के बाद भी उसने अपनी पढाई पूर्ण की. ब्रम्हपुरी में प्राथमिक शिक्षण और महाविद्यालयीन शिक्षण डा. बाबासाहब आंबेडकर कालेज में बीएससी पदवी तक पूर्ण किया.
तुलानमेढा गट ग्रामपंचायत है. इसमें तुलानमेंढा, तुलानमाल, धामनगांव इन ग्रामों के ग्रामपंचायत को जोडा गया है. 20 वर्षों में तुलानमाल गांव में पहली उच्च शिक्षित महिला गांव की सरपंच बनी है. सरपंच पूनम कसारे के माता पिता खेतिहर मजदूर है. ब्रम्हपुरी के गुजरी वार्ड में छोटा सा फलों का व्यवसाय भी है. सरपंच पूनम समय मिलने पर फल की दुकान चलाती है.
सरपंच पूनम कसारे ने बताया कि पिछले ग्रामपंचायत चुनाव मे आरक्षण घोषित हुआ था. उस समय उसे किसी भी राजनीतिक दल ने पद की आफर नहीं दी. मुझे धामनगांव और तुलानमाल के लोगों ने आग्रह किया कि वह चुनाव में स्वतंत्र खडा होकर चुनाव लडे. जनता ने उसे चुनकर दिया. शुरूआत में लोगों ने कई तरह से उपहास उडाया, उन्होने किसी भी तरह का ध्यान नहीं दिया. पिछले डेढ वर्ष से पद संभाल रही है. उसे ग्रामसेवक किशोर अलोने का अच्छा सहयेाग मिल रहा है. उन्होने कहा कि गांव का विकास ही उसका लक्ष्य है.
सरपंच पूनम कसारे ने बताया कि पिछले डेढ वर्ष में उसने गांव में रोड, नाली निर्माणकार्य, शोषगड्ढे, ओपन जिम, हैन्डपप आदि विकास कार्य किए है. शिक्षण, स्वास्थ्य और उपजीविका पर विशेष ध्यान देती है. अगले पांच वर्ष में ग्रामपंचायत का कायाकल्प करने का उसका लक्ष्य है.
Rani Sahu

Rani Sahu

    Next Story