महाराष्ट्र

एकनाथ शिंदे सरकार पर सुप्रिया सुले ने साधा निशाना, कहा- हमारे ही विधायकों पर झूठे केस क्यों दर्ज हो रहे

Rani Sahu
14 Nov 2022 1:26 PM GMT
एकनाथ शिंदे सरकार पर सुप्रिया सुले ने साधा निशाना, कहा- हमारे ही विधायकों पर झूठे केस क्यों दर्ज हो रहे
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पुणे: सीएम एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) के विधायक पिस्टल लेकर पुलिस स्टेशन आ जाते हैं। मंत्रालय में पुलिस अधिकारियों को गाली देते हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है। लेकिन हमारे विधायकों पर झूठे मुकदमें दर्ज करके उन्हें परेशान किया जा रहा हैं। हमारे विधायकों के खिलाफ झूठे मुकदमे क्यों दर्ज किए जा रहे हैं। यह प्रश्न राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले (MP Supriya Sule) ने एकनाथ शिंदे सरकार (Eknath Shinde Govt.) से पूछा है।
एमपी सुप्रिया सुले ने पुणे महानगरपालिका में शामिल 34 गांवों की विभिन्न समस्याओं को लेकर पुणे महानगरपालिका कमिश्नर विक्रम कुमार से बातचीत की। इस मौके पर सुप्रिया सुले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में विभिन्न विषयों पर अपनी बात रखी।
किसी पर झूठे आरोप मत लगाओ
सांसद सुले ने कहा कि केवल राजनीति के लिए किसी पर झूठे आरोप मत लगाओ। आरोप लगाओ, लेकिन झूठे आरोप मत लगाओ, यह पूरे परिवारों को नष्ट कर देता है। ऐसा वक्त भविष्य में किसी के साथ भी साथ आ सकता है। ऐसी घटनाओं से समाज और महिलाओं को भी नुकसान होगा। इसके बारे में सभी को सोचने की जरूरत हैं।
राजनीति का स्तर इतना नीचे गिर गया है क्या
जितेंद्र आव्हाड के इस्तीफा संबंधी सवाल पर सुले ने कहा कि जितेंद्र आव्हाड को इस्तीफा नहीं देना चाहिए। जनता ने उन्हें विश्वास के साथ चुना है। वह एक अच्छे विधायक है और उनका काम भी अच्छा है। इसलिए लोगों की खातिर उन्हें इस्तीफा देने का फैसला नहीं लेना चाहिए। जिस महिला ने उन पर आरोप लगाए गए है, उसका वीडियो सामने आया है, इसमें वह इतनी भीड़ में क्यों आई वह स्पष्ट सुनाई दे रहा हैं। उस फ्रेम में मुख्यमंत्री और पुलिस अधिकारी भी मौजूद हैं। सही में राजनीति का स्तर इतना नीचे गिर गया है क्या।
जादू-टोना पर विश्वास करने वाले नेताओं बात नहीं करूंगी
एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड को पार्टी से निलंबित करना चाहिए। यह मांग भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने की है। इस पर सुले ने कहा कि यह जादू-टोना विरोधी काम करने वाले नरेंद्र दाभोलकर की भूमि है। ऐसे में कुछ भी बोलने वाले अपने से बड़े नेता पर गलत आरोप लगाने वाले और जादू-टोना पर विश्वास रखने वाले नेताओं पर मैं नहीं बोलूंगी।
हर-हर महादेव फिल्म पर इतिहासकारों से खुली चर्चा की अपील
इतिहास और छत्रपति शिवाजी महाराज पर फिल्म बनाते समय काल्पनिक घटनाओं को दिखाया जा रहा है। ऐतिहासिक फिल्मों को एक फ्रेम में शूट किया जाना चाहिए, लेकिन हर-हर महादेव फिल्म में दिखाई गई लड़ाई का इतिहास में कहीं भी जिक्र नहीं है। फिल्म में छत्रपति को गलत तरीके से पेश किया गया है। इस पर दोनों पक्षों के इतिहासकारों को खुली चर्चा करनी चाहिए। यह चर्चा सबूतों पर आधारित होनी चाहिए।

सोर्स - नवभारत.कॉम

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