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अब मुंबई नहीं ठाणे से चलेगा शिवेसना का कारोबार आनंद आश्रम बना शिवसेना का नया मुख्यालय
ठाणे। शिवसेना पार्टी और धनुष्य बाण सिंबल पर नियंत्रण करने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे के आनंद आश्रम से पार्टी का कारोबार शुरू करने का फैसला किया है. इसलिए आनंद आश्रम को ठाणे के टेंभीनाका में शिवसेना का केंद्रीय कार्यालय बनाया गया है और वहीं से शिवसेना पार्टी के फैसलों की घोषणा की जाने लगी है. शिवसेना के सचिव संजय मोरे ने दो दिन पहले ठाणे शिवसेना केंद्रीय कार्यालय से एक पत्र जारी किया था जिसमें अनुरोध किया गया है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्णय के अनुसार शिवसेना पार्टी को शिंदे समूह नहीं कहा जाना चाहिए।
इस पत्र में आनंद आश्रम को ही शिवसेना का केंद्रीय कार्यालय कहा गया था। आपको बता दें कि वर्ष 1966 में शिवसेना पार्टी के गठन के आठ साल बाद 1974 में मुंबई के दादर पश्चिम में शिवसेना भवन का निर्माण किया गया था। तब से यह भवन शिवसेना पार्टी का मुख्यालय रहा है। इस इमारत से शिवसेना का समूचा कारोबार चल रहा था. लेकिन राजनीतिक परिवर्तन के बाद मुंबई में सत्ता का केंद्र ठाणे में स्थानांतरित हो गया है। जैसा कि चुनाव आयोग से पार्टी का नाम और चिन्ह एकनाथ शिंदे गुट को प्राप्त हुआ है शिंदे के समर्थकों ने शिवसेना की आधिकारिक पार्टी के नाम से पत्र निकाले हैं और संकेत दिया है कि आगे के मामलों को ठाणे से ही संचालित किया जाएगा।
शिवसेना के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भले ही मामले ठाणे से चल रहे हों लेकिन शिवसेना का कार्यालय मुंबई में भी है. शिवसेना के पदाधिकारियों ने भविष्य में ठाणे में शिवसेना भवन जैसा ढांचा बनाने की मंशा जताई। शिवसेना का वर्तमान मध्यवर्ती पार्टी कार्यालय टेंभीनाका पर आनंद आश्रम में है और आनंद दिघे के कार्यालय के रूप में प्रसिद्ध है। ठाणे में शिवसेना को ताकत देने का काम इसी कार्यालय से हो रहा था और शिंदे की राजनीति को भी यहीं से बल मिला है. इसलिए वरिष्ठ शिवसैनिकों का कहना है कि इस भवन से पार्टी का काम हो रहा है।