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औरंगाबाद : एक तरफ केंद्र (Central) और राज्य सरकार (State Govt.) शहर से सटे शेन्द्रा-बिडकीन (Shendra-Bidkin) के डीएमआईसी (DMIC) प्रकल्प में बड़े पैमाने पर निवेश होने का दावा कर रहे है। वहीं, दूसरी तरफ चीन से डीएमआईसी प्रकल्प में निवेश करने के इरादे से आए चीनी उद्योजकों (Sugar Industries) ने गड्डे भरी सड़क का सामना करते ही उन्होंने प्रकल्प स्थल का दौरा किया बेरंग लौटना मुनासिब समझा। शेन्द्रा से बिडकीन तक निर्माण सडक की खस्ता हाल देखकर चीनी उद्योजक अचंबित हुए और वह डीएमआईसी प्रकल्प देखने के बजाए लौट गए। इस घटना के बाद औरंगाबाद की विश्वस्तर पर बदनामी हुई है। इस तरह की खबर एबीपी माझा चैनल ने प्रसारित की है।
शेन्द्रा-बिडकीन में दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर प्रकल्प में ऑरिक सिटी का निर्माण किया गया। एमआईडीसी शेन्द्रा में कुछ नामचीन कंपनियों ने अपने उद्योग भी शुरु किए। शेन्द्रा बिडकीन में आगामी कुछ सालों में बड़े पैमाने पर देशी और विदेशी कंपनियां निवेश करने का ढिंढोरा केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पिछले कई सालों से पीटा जा रहा है। ऑरिक सिटी के निर्माण के लिए करीब 10 हजार एकड़ जमीन अधिग्रहित की हुई है। यह उद्योग नगरी देश की भविष्य में फाइव स्टार उद्योग नगरी होने का दावा भी सरकार द्वारा किया जाता है, परंतु, आज भी वहां बेहतर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। चीनी उद्योजकों की एक टीम औरंगाबाद से सटे ऑरिक सिटी में निवेश के इरादे से यहां पहुंची थी। नियोजन दौरे के अनुसार चीनी उद्यमियों की टीम औरंगाबाद-पैठण हाईवे पर स्थित ऑरिक सिटी के बिडकीन का दौरा करने वाली थी। यह टीम औरंगाबाद से निकलते ही उन्हें गड्डे भरे सड़क, यातायात की समस्याओं का सामना करना पड़ा। चीनी उद्यमियों की टीम जब ऑरिक सिटी के महत्वपूर्ण शेन्द्रा-बिडकीन सड़क पर पहुंची, तब वह सड़क अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही थी। सड़क गड्डे से भरी देख चीनी उद्यमियों की टीम काफी खफा हुई। उस टीम ने ऑरिक सिटी की बिडकीन क्षेत्र का दौरा करने के बजाए वहां से बेरंग लौटने का निर्णय लिया।
कई सत्ताधारी मंत्रियों के बावजूद सड़क की हालत खस्ता
इन दिनों जिले में राज्य मंत्रि मंडल की तीन मंत्री के अलावा केंद्र के दो मंत्री है। सभी सत्ताधारी मंत्री जिले में बड़े पैमाने पर विकास का ढिंढोरा पीटते है। परंतु, इन मंत्रियों ने ऑरिक सिटी के महत्वपूर्ण इस सड़क के बेहतर निर्माण के लिए अनदेखी करने से आज औरंगाबाद का नाम विश्वस्तर पर बदनाम हुआ। ऑरिक सिटी की सड़क बेहतर होती तो चीन के उद्योजकों का दल बेरंग नहीं लौटता, बल्कि, यहां के उद्योग नगरी में निवेश के आसार बढ़ते।

Admin4
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