महाराष्ट्र

कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई में सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का होगा RT-PCR Test

Renuka Sahu
5 Jan 2022 1:57 AM GMT
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई में सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का होगा RT-PCR Test
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फाइल फोटो

कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मुंंबई महानगरपालिका ने मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए रैपिड आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य कर दी है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोविड-19 (Covid-19) के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मुंंबई महानगरपालिका (BMC) ने मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए रैपिड आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य कर दी है. संशोधित दिशा निर्देशों से यह जानकारी मिली है. बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले हफ्ते जारी किए गए दिशा निर्देश सोमवार से लागू हो गए हैं.

संशोधित आदेश में कहा गया है कि रैपिड आरटी-पीसीआर जांच में संक्रमित पाए जाने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को हवाई अड्डे पर ही नियमित आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी. अगर वे उसमें भी संक्रमित पाए जाते हैं तो नमूने को तुरंत जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जाएगा और यात्री को संस्थागत क्वारंटीन में भेजा जाएगा.
मुंबई आगमन पर सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का क्वारंटीन अनिवार्य
गौरतलब है कि मुंबई में बढ़ते हुए कोविड केसों के बीच मुंबई महानगर पालिका मुंबईवासियों को एक और कोविड लहर से बचाने के लिए अलग-अलग निर्णय ले रहा है. इसी क्रम में उसने इससे पहले कोविड समस्या से निपटने के लिए BMC ने आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का सात दिन का अपने घर में क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया था.
वहीं उसने महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों से आने वाले यात्रियों के सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी थी. बीएमसी के आयुक्त डॉ.आई एस चहल द्वारा जारी किए गये उनके पिछले आदेश में कहा गया था कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को मुंबई आने वाले प्रत्येक मुंबईवासी को यहां आने के बाद अनिवार्य रूप से सात दिनों के क्वारंटीन से गुजरना होगा. वहीं महाराष्ट्र के अन्य जिलों के यात्रियों को उनके घर जाने की व्यवस्था कलेक्टर करेंगे.
शहर में रोजाना 20 हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले आने पर लगेगा लॉकडाउन
वहीं महाराष्ट्र में बढ़ते ओमिक्रोन के मामलों के बीच मुंबई महानगर पालिका की मेयर किशोरी पेडनेकर (Kishori Pednekar) ने कहा है कि केंद्र की गाइडलाइंस के मुताबिक अगर रोजाना शहर में 20 हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले आते हैं तो ऐसी स्थिति में लॉकडाउन (Lockdown) या मिनी लॉक डाउन लगाया जा सकता है.
उन्होंने प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों को भी साथ आने का अनुरोध किया है. वहीं उन्होंने कहा कि अभी कोरोना की तीसरी लहर आ गई है यह कहना जल्दबाजी होगी. राज्य सरकार, महानगर पालिका तीसरी लहर को रोकने का प्रयास कर रही है.
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