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महाराष्ट्र
भारी बारिश में भी अब भर जाएंगे गड्ढे, दोबारा नहीं बनेगा गढ्ढा
Rani Sahu
22 Dec 2022 6:05 PM GMT
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मुंबई। राज्य सरकार ने मुंबई की सड़क को चकाचक करने का पहले ही निर्णय लिया है। मनपा ने मुंबई के 2 हजार किलोमीटर की कुल सड़क में से 1200 किमी सड़क को पहले ही मनपा ने सीमेंट कंक्रीट कर दिया है बकाया लगभग 800 किमी सड़क में से 400 किमी सड़क को सीमेंट कंक्रीट करने का ठेका दिया जा चुका है बकाया लगभग 400 किमी सड़क को सीमेंट कंक्रीट करने ठेका मार्च में दिया जाना है। मनपा प्रशासन ने इसके बावजूद सड़क पर बनने वाले गढ्ढो को भरने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है मनपा ने ढाई करोड़ का टेंडर निकाला है। सड़क पर बनने वाले गढ्ढो को भरने के लिए रिअॅक्टिव्ह अस्फाल्ट तंत्रज्ञान का उपयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने मनपा प्रशासन को निर्देश दिया है कि मुंबई की सड़को पर गढ्ढे न पड़े इस तरह की सड़क बनाया जाए। मुंबई की सड़को को सीमेंट कंक्रीट का बनाया जाये जिससे सड़को पर गढ्ढे न दिखी दे। मुख्यमंत्री ने मुंबई की सड़को को पूरी तरह सीमेंट कंक्रीट करने का निंर्देश दिया। मनपा प्रशासन अभी तक हर साल 150 किमी दूरी तक सड़क को सीमेंट कंक्रीट किया जा रहा था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मनपा प्रशासन ने 400 किमी सड़क को सीमेंट कंक्रीट करने का काम शुरू किया। मनपा बकाया 400 किमी सड़क को भी मार्च में सीमेंट कंक्रीट करने का टेंडर देगी। मनपा प्रशासन इस बीच सड़क पर बनने वाले गढ्ढो को भरने के लिए भी टेंडर किया है। मनपा ने रिअॅक्टिव्ह अस्फाल्ट तंत्रज्ञान
के तहत सड़क पर बने गढ्ढो को भरने का निर्णय लिया है। मनपा सड़क पर बंनने वाले गढ्ढो को भरने के लिए 2 करोड़ 68 लाख 27 हजार 520 रुपये खर्च करेगी। जिसका प्रस्ताव मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने मंजूरी दे दी है। मुंबईकरों को अच्छा रास्ता उपलब्ध कराने के लिए सड़क पर बने गढ्ढो को भरने के लिए रिअॅक्टिव्ह अस्फाल्ट तंत्रज्ञान का उपयोग कर गढ्ढा भरा जायेगा। इस तकनिकी से गढ्ढे भरने का काम बारिश के समय भी किया जा सकेगा। इस तकनीक से साल भर गड्ढे भरे जा सकते हैं।
ऐसी तकनीक है
- रिअॅक्टिव्ह अस्फाल्ट तंत्रज्ञान में केमिकल का उपयोग कर डांबर का उपयोग किया जाएगा। यह तकनीक का उपयोग करने से डांबर को वाहन के टायरों से चिपकने से रोकता है। जिससे दोबारा गढ्ढा नहीं बनता। इस तकनिकी से गढ्ढा भरने से अगले दो मिनट में वाहनों के आवागमन को मंजूरी दे दी जाती है।
तीन साल के लिए मेंटेनेंस की जिम्मेदारी ठेकदार पर होगी
- मनपा प्रशासन द्वारा दिए गए ठेके के अनुसार अब ठेकेदार को मुंबई शहर, पूर्वी उपनगरों और पश्चिमी उपनगरों में सड़कों पर बने गड्ढे भरने की जिम्मेदारी होगी वह भी तीन साल के लिए उसी को देखभाल करना होगा।
Source : Hamara Mahanagar
{जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।}
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