- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- पीएम मोदी का कांग्रेस...
अपने महाराष्ट्र दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे मेट्रो फेज-I के दो गलियारों के पूर्ण खंडों पर सेवाओं के उद्घाटन के अवसर पर मेट्रो ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने पुणे में शिवाजी नगर पुलिस मुख्यालय में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां लगभग 15,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई है, हजारों परिवारों को उचित घर मिला है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार शहर में मध्यम वर्ग और पेशेवरों के जीवन की गुणवत्ता को लेकर बहुत गंभीर है। उन्होंने दावा किया कि हमारी सरकार लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में काम कर रही है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक तरफ हम पुणे में विकास होते देख सकते हैं और दूसरी तरफ हम देख सकते हैं कि बेंगलुरु में क्या हो रहा है...बेंगलुरु एक प्रमुख आईटी हब है, वहां तेजी से विकास होना चाहिए था लेकिन वहां जिस प्रकार की घोषणाएं करके सरकार बनाई गई उसके दुष्परिणाम इतने कम समय में आज पूरा देश देख रहा है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार खुद मान रही है कि उनके पास बेंगलुरु या कर्नाटक के विकास के लिए पैसे नहीं हैं और यही हाल राजस्थान का भी है, वहां कर्ज बढ़ता जा रहा है और कोई विकास कार्य नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमें भारत के शहरों में रहने वाले लोगों का जीवन स्तर बढ़ाना है, तो हमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट को आधुनिक बनाना ही होगा। इसीलिए आज भारत के शहरों में लगातार मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो रहा है। नए-नए फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं, रेड लाइट्स की संख्या कम करने पर भी बल दिया जा रहा है।
मोदी ने कहा कि 2014 तक भारत में 250 किमी से भी कम मेट्रो नेटवर्क था, इसमें से भी अधिकतर दिल्ली NCR में था। अब देश में मेट्रो नेटवर्क बढ़कर 800 किमी से भी ज्यादा हो रहा है। इसके अलावा 1,000 किमी की नई मेट्रो लाइन के लिए काम भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद से ही महाराष्ट्र का औद्योगिक विकास भारत के औद्योगिक विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। राज्य में औद्योगीकरण को और बढ़ावा देने के लिए, सरकार द्वारा अभूतपूर्व निवेश और समर्थन के माध्यम से आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में रेलवे क्षेत्र को मजबूत करने के लिए 2014 से पहले की तुलना में 12 गुना ज्यादा खर्च किया गया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों को आसपास के राज्यों के आर्थिक केंद्रों से जोड़ा जा रहा है।