- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- VIDEO : पुणे में...
महाराष्ट्र
VIDEO : पुणे में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा, PFI के करीब 70 कार्यकर्ताओं पर FIR
Rani Sahu
24 Sep 2022 9:28 AM GMT
x
पुणे, कल शुक्रवार के दिन पुणे में पीएफआई (PFI) कार्यकर्ता जिला कलेक्टर के ऑफिस के सामने जमा होकर एनआईए, एजेंसियों और पुलिस के साथ संयुक्त छापेमारियों (raids) के खिलाफ जोर-जोर से नारे लगाने लगाए. इनमें 'अल्ला हू अकबर' के साथ 'पाकिस्तान जिंदाबाद (Pakistan Zindabad)' के नारे भी सुने गए'। इस कारण PFI के करीब 70 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा रियाज सैय्यद नाम के एक शख्स को पुलिस ने हिरासत में लिया है। ये पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ता एनआईए की छापेमारियों के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से सड़कों पर उतरे थे और इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
पीएफआई के खिलाफ महाराष्ट्र समेत देश भर में एनआईए की पिछले तीन दिनों से कार्रवाई चल रही है। इस कार्रवाई को 'ऑपरेशन ऑक्टोपस' नाम दिया है। एनआईए इन कार्रवाइयों को ईडी, एटीएस, जीएसटी और पुलिस के साथ मिलकर अंजाम दे रही है। देश भर में करीब 106 लोगों को पकड़ा गया था। महाराष्ट्र में छापेमारियां कर 20 लोगों को पकड़ा गया था। पकड़े गए पीएफआई कार्यकर्ताओं में से कुछ को हिरासत में लिया गया है और कुछ को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सबसे पूछताछ शुरू है।
PFI के खिलाफ ठोस सबूत- फडणवीस
#WATCH | Maharashtra: 'Pakistan Zindabad' slogans were heard outside the District Collector's office yesterday in Pune City where PFI cadres gathered against the recent ED-CBI-Police raids against their outfit. Some cadres were detained by Police; they were arrested this morning. pic.twitter.com/XWEx2utZZm
— ANI (@ANI) September 24, 2022
देवेंद्र फडणवीस ने कहाँ की पीएफआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ एनआईए, एटीएस जैसी संस्थाओं के पास ठोस सबूत हाथ लगे हैं, जिनसे ये पता चलता है कि महाराष्ट्र समेत देश भर में ये संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त थे और बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां फैलाने की साजिशों को अंजाम देन की कोशिश कर रहे थे।
एनआईए और अन्य एजेंसियों की छापेमारियों का पीएफआई के कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया जा रहा है। पीएफआई कार्यकर्ताओं का दावा है कि बीजेपी और आरएसएस के इशारे पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उनकी संस्था तो मुस्लिमों और अल्पसंख्यकों और अन्य शोषितों को इंसाफ दिलाने का काम कर रही है। लेकिन देश में कई जगहों में इस संस्था द्वारा गड़बड़ियां फैलाने और टेरर फंडिंग के मामले से जुड़े होने के कुछ ठोस सबूत मिलते रहे हैं।
Next Story