महाराष्ट्र

हनुमान चालीसा नहीं, संविधान पाठ करने की डिमांड नवनीत राणा और भीम आर्मी में तूफानी टक्कर

Khushboo Dhruw
28 May 2022 4:27 PM GMT
हनुमान चालीसा नहीं, संविधान पाठ करने की डिमांड नवनीत राणा और भीम आर्मी में तूफानी टक्कर
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महाराष्ट्र के अमरावती की सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) शनिवार को 36 दिनों बाद अपने शहर में पहुंची. उनके साथ उनके विधायक पति रवि राणा भी थे. राणा समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. उनके स्वागत में बड़ी रैली निकाली गई. लेकिन इसी दौरान उनसे भीम ब्रिगेड (Bhim Army) के कार्यकर्ता टकरा गए. राणा समर्थक और भीम आर्मी के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. ये कार्यकर्ता राणा दंपत्ति द्वारा हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ किए जाने का विरोध कर रहे थे. इससे थोअफरा-तफरी मच गई. इसके बाद पुलिस ने भीम आर्मी के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं का कहना था कि बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के करीब वे हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करने देंगे. राणा दंपत्ति यहां संविधान का पठन करें

पिछले दो महीनों से हनुमान चालीसा का पाठ करने को लेकर राणा दंपत्ति विवादों में हैं. भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्हें राणा समर्थकों ने ही बताया था कि राणा दंपत्ति यहां हनुमान चालीसा का पाठ करने वाले हैं. इसकी सूचना मिलते ही वे लोग विरोध करने सड़कों पर उतर गए. इस तरह से जय हनुमान के विरोध में वे जय संविधान के नारे लगाने लगे
हनुमान हैं भगवान, संविधान का है सम्मान- नवनीत राणा
भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के इस विरोध प्रदर्शन के बाद नवनीत राणा ने अपनी प्रतिक्रिया दी. नवनीत राणा ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों से प्रेरणा लेकर ही वे छोटी से बड़ी हुई हैं. जिस संविधान की वजह से वे आज संसद में हक की लड़ाई और सच की लड़ाई लड़ती हैं, वो अधिकार बाबा साहेब ने ही दिया है. नवनीत राणा ने कहा कि बाबा साहेब का नाम लेकर ही वे यहां आती हैं और अपना सर झुकाती हैं. बाबा साहेब का सम्मान करने के लिए ही वे यहां आई हैं
हनुमान की ताकत से हम संकटों से निपटे, संविधान की ताकत से जेल से छूटे-रवि राणा
नवनीत राणा के पति रवि राणा ने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ करने की जिद की वजह से जब वे जेल गईं तो इस संविधान की शक्ति की वजह से ही बाहर आईं. वरना वे आज तक जेल में ही सड़ रही होतीं. यह प्रतिक्रिया देते हुए राणा दंपत्ति ने जय बाबासाहेब, जय संविधान के नारे भी लगाए



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