महाराष्ट्र

उल्हासनगर में ढाई दशक में इमारत ढहने से करीब इतने लोगों की जान चली गई

Rani Sahu
25 Sep 2022 12:00 PM GMT
उल्हासनगर में ढाई दशक में इमारत ढहने से करीब इतने लोगों की जान चली गई
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उल्हासनगर : शहर में बिल्डिंगों (Buildings) के निर्माण के बाद मात्र 20 से 25 साल के भीतर ही बिल्डिंगे रहने योग्य नहीं होती जा रही है। इसका कारण भवन निर्माण के दौरान संबंधित बिल्डर द्वारा गुणवत्ता का ध्यान न रखना बताया जा रहा है। उघोगनगरी के रूप में प्रसिद्ध उल्हासनगर (Ulhasnagar) शहर में बिल्डिंग के गिरने, इनके पिल्लर चटकने, दरार पड़ना और विगत दो साल से बिल्डिंग के फ्लैटों का स्लैब (Slabs) नीचे के फ्लैटों में गिरना जैसी की घटनाओं में अब तक 55 से 60 लोग से भी अधिक शहर के नागरिक नाहक ही अपनी जान गंवा चुके है। यह भी एक विडंबना है की लोगों की मौत उन्ही के घर में दब कर हो रही है। गौरतलब है उल्हासनगर में पिछले 12 साल में 38 बिल्डिंग हादसे का शिकार हूई है और इन घटनाओं में 42 लोग वहीं शहर में कैम्प नंबर 2 स्थित सोना मार्केट के पीछे नव निर्माणाधीन एक बिल्डिंग के गिरने की घटना में 9 लोग मारे गए थे। इस तरह 25 सालों में इमारतें गिरने और कुछ इमारतों के स्लैब गिरने की वजह से तकरीबन 60 के समकक्ष लोग काल के आगोश में समा चुके है और हजारों लोग बेघर और बेरोजगार हो चुके है जिनका खुद का आशियाना हुआ करता था उनमें अधिकांश लोग अब किराएदार बनकर दूसरों के घरों में रहने पर मजबूर है।
गिरे हुए इमारतों के नाम शीशमहल अपार्टमेंट, मां भगवती, नीलकंठ, शिवसागर, रानी मां, महालक्ष्मी, शांति पैलेस, सन्मुख सदन, स्वामी शांतिप्रकाश अपार्टमेंट, सोना मार्केट, गुडमैन कॉटेज, नेहरू पार्क, हमलोग अपार्टमेंट, पारसमणी, सिंधरी सागर, लक्ष्मीनारायण, आशीर्वाद मार्केट, माधुरी कॉम्प्लेक्स, मल्लिका महल, मुरलीवाला, सत्यम कॉम्प्लेक्स, साई आशाराम अपार्टमेंट, मेमसाब, मंदार अपार्टमेंट, साई एम्पायर, शिवलीला, नवचंद्रिका, अंबिका सागर अपार्टमेंट, महक अपार्टमेंट, ओम शिवगंगा सोसायटी, मोहिनी पैलेस, साईशक्ती अपार्टमेंट, पारस पैलेस,देवऋषि बिल्डिंग, स्वामी नारायण पैलेस, कोमल पार्क और मानस टॉवर में हुए हादसे में 4 की जान गई है। जिले में उल्हासनगर एक ऐसा शहर होगा जहां केवल 25 साल के अंदर ही लोग घर छोड़ने पे मजबूर है। महानगरपालिका क्षेत्र की 4 प्रभाग समिति में 111 धोखादायक होने की जानकारी महानगरपालिका के अतिरिक्त आयूक्त जमीर लेंगरेकर ने दी है।
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