महाराष्ट्र

मनपा अधिकारियो की खुली आंख

Rani Sahu
23 Sep 2022 12:43 PM GMT
मनपा अधिकारियो की खुली आंख
x
मुंबई। मनपा अधिकारियो ने अपनी नई योजना को लागू करने के लिए शौचालयों (toilets) के स्वच्छता और देखभाल न करने का लिया निर्णय वापस ले लिया है। मनपा प्रशासन (Municipal Administration) द्वारा नए कार्य करने के लिए शौचालयों के सेफ्टी टैंक की साफ सफाई और अन्य कामों पर लगने वाले खर्च को दूसरे कार्य में लगाने का निर्णय लिया था जिसका भाजपा भाजपा सहित मनपा की विपक्षी पार्टी रही कॉन्ग्रेस के नेताओं ने भी विरोध किया था। मनपा प्रशासन ने अब अपने निर्णय को वापस लेने का काम किया है। हमारा महानगर ने मनपा के निर्णय का खुलासा किया था।
बता दे कि सार्वजनिक शौचालय और उनके सेफ्टी टैंक की साफ सफाई करने से लेकर उनके मरम्मत करने का काम मनपा अतिरिक्त आयुक्त उपनगर ने रोंक लगा दी थी और इस काम का पैसा दूसरे काम में उपयोग करने का निर्देश दिया था जिसका सर्कुलर जुलाई महीने में निकला था।मनपा के इस निर्णय का भाजपा नगरसेवक रहे अभिजीत सामंत सहित मनपा के विरोधी पक्ष नेता रहे कांग्रेस नगरसेवक रविराज़ा ने भी विरोध किया था। भाजपा नेता अभिजीत सामंत ने तो यह तक कहा था कि स्वच्छता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिशन है जिस पर मनपा कठुराघात कर रही है। स्वच्छता अभियान पर होने वाले कठुराघात को लेकर लगे आरोपों के बाद मना मनपा अधिकारियो की आंख खुली अब अपने निकाले हुए सर्कुलर को वापस लेते हुए सार्वजनिक शौचालय के स्वच्छता आदि पर होने वाला खर्च का फंड दोबारा देने का निर्णय लिया।
मनपा का काम ही साफ सफाई करना पानी उपलब्ध कराना प्राइमरी शिक्षा उपलब्ध कराना है लेकिन मनपा प्रशासन अपने मूलभूत कामों को नजरंदाज कर अन्य कामों पर अधिक ध्यान दे रही है। जिसका असर मुंबई के मूलभूत सुविधाओं पर पड़ रहा है। बता दे कि मनपा के जी उत्तर वार्ड द्वारा प्रायोगिक तौर पर शुरू किए गए रेमीडेशन प्रियोजना और एन वार्ड द्वारा शुरू किए गए गांधवेद , वायूवेध परियोजना पर पैसों का उपयोग किया जाना था जिससे मुंबई की स्वच्छता पर असर पड़ना स्वाभाविक था ।
Next Story