महाराष्ट्र

MUMBAI : मुंबई के स्कूल, कॉलेज के आस-पास एनर्जी ड्रिंक बेचने पर लगेगी रोक

Ritisha Jaiswal
13 July 2024 6:24 AM GMT
MUMBAI : मुंबई के स्कूल, कॉलेज के आस-पास एनर्जी ड्रिंक बेचने पर लगेगी रोक
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MUMBAI : कैफीन CAFFINE युक्त एनर्जी ड्रिंकENERGY DRINK स्कूल और कॉलेज COLLEGE के 500 मीटर के दायरे में बेचने पर रोक लगाई जाएगी। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) निरीक्षण के बाद ऐसे ड्रिंक बेचने वाले दुकानदारों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करेगा। विधान परिषद में यह घोषणा खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम ने की। मंत्री ने कहा कि एनर्जी ड्रिंक के विज्ञापनों के ख़िलाफ़ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस विधायक विधायक सत्यजीत तांबे ने विधान परिषद में बच्चों और छात्रों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार ने नशा मुक्त महाराष्ट्र अभियान शुरू किया है। लेकिन राज्य में किराना दुकान, मॉल और स्कूल, कॉलेज के आसपास की दुकानों में कम कीमत पर कैफीन युक्त एनर्जी ड्रिंक ख़ुलेआम बेची जा रही है। स्कूल और कॉलेज COLLEGE जाने वाले बच्चों के लिए यह नशे की तरह ख़तरनाक हैं। मुंबई सहित राज्य के सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कैफीन युक्त एनर्जी ड्रिंक छात्रों के स्वास्थ्य के लिए ख़तरा बन गए हैं। इसे गंभीर मामला मानते हुए सभापति नीलम गोर्हे ने चिंता जताई और संबंधित मंत्री और प्रशासन को अगले 15 दिनों में बैठक करने का आदेश दिया।
तांबे ने कहा कि विज्ञापनों के बाद युवाओं में एनर्जी ड्रिंक के नाम पर कैफीन युक्त कोल्ड ड्रिंक COLD DRINK का सेवन दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ये ड्रिंक सेहत के लिए बड़ा खतरा पैदा कर रहा है। स्कूल परिसर में एनर्जी ड्रिंक की बिक्री से यह स्कूली बच्चों तक आसानी से पहुंच रहा है। राज्य में स्कूल परिसरों में कैफीन युक्त कोल्ड ड्रिंक की बिक्री पर तत्काल प्रतिबंध लगाना चाहिए। इसके बाद मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम ने स्कूल परिसर के 500 मीटर के दायरे में कैफीन युक्त पेय की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
क्यों ज़रूरी है एनर्जी ड्रिंक ENERGY DRINK पर बैन BAN ?
कई एनर्जी ड्रिंक मॉल और स्टोर MALL AND STORE में बेचे जाते हैं। एनर्जी ड्रिंक्स पर लेबल लगाया गया है कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए, लेकिन मॉल या दुकानदार बेचते समय ध्यान नहीं देते हैं और उन्हें कम उम्र के बच्चों को बेचते हैं। युवाओं को आकर्षित करने के लिए निर्माता कंपनियां आकर्षक विज्ञापन करती हैं, जिसके झांसे में युवा आ जाते हैं और कैफीन युक्त ड्रिंक DRINK का सेवन करते हैं। अभिभावकों को भी इसके बारे में जानकारी नहीं है कि यह ड्रिंक बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। इसीलिए सरकार ने स्कूल, कॉलेज परिसर के आसपास एनर्जी ड्रिंक पर बैन का फ़ैसला ज़रूरी समझा है।
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