महाराष्ट्र

मुंबई पुलिस ने नालासोपारा में एक दवा निर्माण इकाई पर छापेमारी के बाद 1400 करोड़ रुपये की 700 किलोग्राम से ज्यादा 'मेफेड्रोन' की जब्त

Ritisha Jaiswal
4 Aug 2022 10:29 AM GMT
मुंबई पुलिस ने नालासोपारा में एक दवा निर्माण इकाई पर छापेमारी के बाद 1400 करोड़ रुपये की 700 किलोग्राम से ज्यादा मेफेड्रोन की जब्त
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मुंबई पुलिस ने पालघर जिले के नालासोपारा में एक दवा निर्माण इकाई पर छापेमारी के बाद 1400 करोड़ रुपये कीमत की 700 किलोग्राम से ज्यादा ‘मेफेड्रोन’ जब्त की है.

मुंबई पुलिस ने पालघर जिले के नालासोपारा में एक दवा निर्माण इकाई पर छापेमारी के बाद 1400 करोड़ रुपये कीमत की 700 किलोग्राम से ज्यादा 'मेफेड्रोन' जब्त की है. इस सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि मुंबई अपराध शाखा के मादक पदार्थ रोधी प्रकोष्ठ (एएनसी) ने छापेमारी की. उन्होंने कहा कि विशिष्ट सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. एएनसी के एक दल ने परिसर में छापेमारी की और उस दौरान वहां प्रतिबंधित दवा 'मेफेड्रोन' बनाए जाने की बात सामने आई.

अधिकारी ने कहा कि मुंबई से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक व्यक्ति को नालासोपारा में पकड़ा गया. उन्होंने बताया कि यह हाल के दिनों में शहर की पुलिस द्वारा मादक पदार्थों की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक है. 'मेफेड्रोन' को 'म्याऊ म्याऊ' या एमडी भी कहा जाता है. यह राष्ट्रीय स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत प्रतिबंधित है.
इससे पहले नवी मुंबई की क्राइम ब्रांच की टीम ने 15 जुलाई को भी एक बड़े रैकेट के नेटवर्क को पकड़ा था. इसमें क्राइम ब्रांच को करोड़ों रुपए की हेरोइन हाथ लगी थी. इंटरनेशनल मार्केट में इस हेरोइन की कीमत 362.5 करोड़ आंकी गई थी. क्राइम ब्रांच टीम ने खुलासा किया था कि जब्त की गई हेरोइन की खेप एक अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट की सप्लाई चेन का एक हिस्सा है.
दरअसल मार्बल के नाम पर ड्रग्स लाने की सूचना क्राइम ब्रांच को मिली थी. ड्रग्स को मार्बल्स के कंटेनर में लाया जा रहा था. सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच ने ड्रग पेडलर को धर दबोचा. भारत के 19 महानगरों में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत 2020 में दर्ज किए मामले में मुंबई सबसे टॉप पर थी.


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