महाराष्ट्र

जेल के भीतर मोबाइल फोन का इस्तेमाल, मुंबई से गड़चिरोली तक किए गए कॉल

Rani Sahu
10 Sep 2022 8:07 AM GMT
जेल के भीतर मोबाइल फोन का इस्तेमाल, मुंबई से गड़चिरोली तक किए गए कॉल
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नागपुर. सेंट्रल जेल में गांजा और मोबाइल की बैटरी का मामला और गहराता जा रहा है. इस मामले ने पुलिस और जेल विभाग की नींद उड़ा रखी है. भले ही जेल के भीतर इस्तेमाल किया गया फोन पुलिस के हाथ न लगा हो लेकिन उसके सीडीआर से सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं. बताया जाता है कि जेल के भीतर से 1-2 नहीं दर्जनों लोगों को कॉल किया गया. केवल नागपुर के अपराधी ही नहीं मुंबई और गड़चिरोली तक बातचीत हुई है. भले ही इस बारे में अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं लेकिन सूत्रों का दावा है कि मुंबई के गैंगस्टर और नक्सल गतिविधियों से जुड़े लोगों ने भी संबंधित लोगों से बातचीत की है. प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एडीजी जेल सुनील रामानंद ने अपनी विजिलेंस टीम को जांच के लिए नागपुर भेजा. बुधवार को ही यह टीम नागपुर आ गई थी और जांच भी शुरू कर दी थी.
सिमकार्ड और 3 बैटरी भी मिलीं
दोपहर को जांच के दौरान बड़ी गोल के बैरेक क्र. 1 के सामने विजिलेंस टीम को एक मोबाइल फोन मिला. यह फोन लावारिस स्थिति में पड़ा हुआ था. सुनहरे रंग के इस मोबाइल फोन में एयरटेल सिम कार्ड और 3 बैटरी भी मिली हैं. इस टीम ने अंडा सेल, छोटी गोल, फांसी यार्ड और महिला विभाग के कैदियों और परिसर की जांच की. उनके पास कुछ नहीं मिला लेकिन बड़ी गोल के सर्कल के बाहर उपरोक्त मोबाइल हाथ लगा. इस फोन में मिले सिमकार्ड की जांच की जा रही है. इससे किए गए कॉल का पूरा ब्योरा निकाला जा रहा है. सूत्रों के अनुसार यह वह मोबाइल नहीं है जिसका उपयोग जेल में बंद सब- इंस्पेक्टर ने किया था. इससे साफ है कि जेल में और भी मोबाइल फोन हैं. टीम के प्रवेश के दौरान कैदी के पास मोबाइल की फोन की बैटरी और गांजा मिलने की खबर पूरी जेल में फैल चुकी थी, इसीलिए सभी अपराधी और कैदी पहले ही सतर्क हो गए. यही कारण है कि सिटी पुलिस की फौज और पुणे से भेजी गई विजिलेंस टीम के हाथ कुछ खास नहीं लगा.
जेल कर्मचारियों की भूमिका संदेहास्पद
अब जेल में काम करने वाले कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल उठना वाजिब है. बगैर उनकी मिलीभगत के परिसर में परिंदा भी पर नहीं मार सकता. ऐसे में मोबाइल और गांजा भीतर जाना आश्चर्य की बात है. वैसे सूत्रों का दावा है कि जेल के भीतर एक कुआं है. किसी भी प्रकार की जांच शुरू होने पर आपत्तिजनक वस्तुओं को इस कुएं में फेंक दिया जाता है. फिलहाल अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. लेकिन यह तो तय है कि जिन-जिन नंबरों पर कॉल किया गया उन सभी से पूछताछ होगी. प्रकरण में 1 दर्जन से ज्यादा लोगों पर कार्रवाई होने का अनुमान है. अब देखना यह है कि सिटी पुलिस की जांच किस दिशा में और कितनी आगे बढ़ती है.
पखाले के नेतृत्व में दोबारा सरप्राइज चेक
सूत्रों के अनुसार सिटी पुलिस के हाथ कुछ महत्वपूर्ण जानकारी लगने के बाद गुरुवार की रात डीसीपी संदीप पखाले के नेतृत्व में एक टीम ने दोबारा जेल में सरप्राइज चेक शुरू किया. मुख्यतौर पर 4 कैदियों और बैरेक की जानकारी पुलिस के हाथ लगी है. उनके पास नशीले पदार्थ और मोबाइल होने की संभावना जताई जा रही है. देर रात तक पुलिस की टीम छानबीन में जुटी थी. इस टीम के हाथ क्या लगा? यह पता नहीं चला है.
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