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मुंबई। मनपा प्रशासन (municipal administration) ने मानसून के 6 माह पूर्व ही मानसून में बाढ़ से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। मनपा प्रशासन ने मुंबई के शहरी इलाको दक्षिण मुंबई और दक्षिण मध्य मुंबई के नालो की सफाई करने के लिए टेंडर निकाला है। नालों की सफाई (drain cleaning) पर मनपा प्रशासन लगभग 47 करोड़ खर्च करने की तैयारी दिखाई है। नालो की सफाई पर हर साल करोडो रुपया खर्च किया जाता है बावजूद इसके मुंबई डूबती ही है। मनपा प्रशासन ने नाला सफाई की शुरुआत करने का काम शुरू किया है अब यह समय बताएगा कि नालो की कितना सफाई हुई है।
उल्लेखनीय है कि दक्षिण मुंबई को सबसे सुरक्षित इलाका माना जाता है। पहले यहां बारिश के दौरान न जलजमाव होता था और न ही सड़कों पर पानी भरता था। जबकि पिछले दो सालों से मुंबई के शहरी इलाको दक्षिण मुंबई में भी पानी भरने लगा है। दक्षिण मुंबई सहित के कई हिस्सों में जलजमाव हुआ और रिहायसी इलाकों मरीन लाइंस एवं मलबार हिल परिसर में सड़कों पर पानी भरने लगा था। इस समस्या के समाधान के लिए मनपा ने कोलाबा, सैंडहर्स्ट रोड, कालबादेवी, ग्रांट रोड, भायखला और वर्ली, वडाला, परेल, धारावी जैसे इलाकों में पानी निकासी की व्यवस्था दुरुस्त करेगी। यहां वॉटर एंट्रेंस, रोड साइड ड्रेन और छोटे नालों से कीचड़ निकाला जाएगा। मनपा इस पर करीब 9 करोड़ रुपये खर्च करेगी।मनपा ने ऊंचाई वाले इलाकों में पानी भरने की समस्याओं की शिकायत के बाद इस पर अध्ययन किया गया कि इन इलाकों में जलजमाव की स्थिति कैसे पैदा हुई। जिसमे यह सामने आया कि छोटी नालियां , रोड साइड ड्रेन और छोटे नाले साफ नहीं होना सामने आया। जिसके चलते मनपा ने मॉनसून आने का इंतजार न करते हुए अभी से मुंबई के शहरी इलाको का नाला सफाई का काम समय पर शुरू हो सके इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी। मनपा ने कोलाबा, सैंडहर्स्ट रोड, कालबादेवी, ग्रांट रोड, भायखला एरिया में बरसात का पानी जहां से ड्रेनेज और नालियों में जाता है उसे ऐसा बनाने की योजना बनाई है कि पानी आसानी से नालियों में जा सके। रोड साइड ड्रेनेज को और गहरा एवं चौड़ा बनाया जाएगा। साथ ही छोटे नालों की गाद निकाली जाएगी। इस पर कुल 2.5 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इसी तरह मध्य मुंबई के वर्ली, प्रभादेवी, वडाला, माटुंगा, सायन, परेल, दादर, माहिम एवं धारावी में भी ड्रेन, नालियों एवं छोटे नालों से गाद निकाली जाएगी। इस पर 6.5 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जाएंगे। इस तरह मनपा दक्षिण मुंबई और दक्षिण मध्य मुंबई के नालो आदि की सफाई पर कुल 47 करोड़ रुपया खर्च करने की योजना बनाई है। मनपा के अनुसार दक्षिण मुंबई में लगभग 32 किलोमीटर लंबे नाले हैं।
जबकि पूर्वी उप नगर में करीब 100 किलोमीटर लंबे बड़े नाले हैं। वहीं पश्चिमी उपनगर में तकरीबन 140 किलोमीटर लंबे बड़े नाले हैं।जबकि मुंबई में पांच नदियों सहित 309 बड़े नाले हैं, इनकी लंबाई गभग 290 किलोमीटर है और 508 छोटे नाले हैं जिनकी लंबाई 605 किलोमीटर है।
Source : Hamara Mahanagar
( जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।)
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