महाराष्ट्र

जलगांव जिला बीजेपी उपाध्यक्ष गोविन्द अग्रवाल ने कृषी अधिकारी को पीटा

Rani Sahu
2 Sep 2022 10:52 AM GMT
जलगांव जिला बीजेपी उपाध्यक्ष गोविन्द अग्रवाल ने कृषी अधिकारी को पीटा
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जामनेर : "हम मालिक है, अब हमारे हाथ में सत्ता है, राज्य हम चला रहे है तू यहां आया कैसे " ये लाइन हिंदी मूवी के किसी प्रभावशाली किरदार के जुबानी कही हुई नहीं है कि जिसके अभिनय को आजादी के अमृत काल मे कोई अवार्ड देकर सम्मानित किया जा सके। सत्ता की सनक से दिमाग के अंदर उपजी ये लाइन जलगांव जिला बीजेपी उपाध्यक्ष गोविंद मुरलीधर अग्रवाल (Govind Murlidhar Agrawal) एंड सन्स की है। जिसे उन्होंने ऑन ड्यूटी कृषी सहायक (Agricultural Assistant) को पिटाई करते हुए डिलीवर किया है। पीड़ित ने पुलिस में दी तहरीर मे इस संवाद को दर्ज किया है। FIR के बयान मे पीड़ित कन्हैया प्रकाश महाजन ने कहा है कि वे 31 अगस्त को कृषी अधिकारी के आदेश से सहयोगी धनराज चव्हाण के साथ गोविंद मुरलीधर अग्रवाल की निजी जिनिंग फैक्टरी की जांच करने शेंदुर्नी पहुँचे जहाँ उन्होंने फैक्टरी के गेट पर खड़े नितिन गोविंद अग्रवाल को अपना और अपने डिपार्टमेंट के काम का परिचय दिया तब नितिन ने झल्लाकर आप फैक्टरी के अंदर कैसे आ गए यह कहते हुए उक्त रूप से डायलॉग डिलीवर करते हुए सत्ता का रौब झाड़ना शुरू किया।
इन धाराओं के तहत दर्ज कराई शिकायत
तभी भीतर कैबिन में बैठे गोविंद मुरलीधर अग्रवाल और उनके सुपुत्र नीलेश गोविंद अग्रवाल बाहर आए और पिता पुत्रो ने मिलकर मुझे गाली गलौच की दौरान पिटाई भी की कहा कि आप यहाँ आए हि कैसे? यहाँ रुपए पैसे होते है आप नौकरी कैसे करते हो हम देखते है। झूठे केसेस फाइल कर आप को नौकरी से निकाल देंगे जान से मार देंगे ऐसी धमकी दी। इसी बीच महाजन ने ब्लॉक कृषी अधिकारी को कॉल किया और आप बीती सुनाई तब गोविंद अग्रवाल ने कृषी अधिकारी से भी असभ्य भाषा में बात की। पीड़ित कन्हैया जैसे तैसे अग्रवाल एंड सन्स के चुंगल से छूटकर जिनिंग से बाहर निकल आए। वरिष्ठ अधिकारियों से परामर्श करने के बाद पीड़ित कन्हैया महाजन ने पहुर पुलिस स्टेशन पहुचकर गोविंद अग्रवाल एंड सन्स के खिलाफ धारा 353, 332, 504, 506, 34 तहत शिकायत दर्ज कराई। पुलिस स्टेशन प्रभारी प्रताप इंगले ने बताया कि सभी आरोपी फरार हो गए है उनकी खोज मे पुलिस की टीम रवाना की गई है।
ऐसी दर्जनों घटनाओं से जामनेर का राजनीतिक अतीत भरा पड़ा
महाराष्ट्र राज्य कृषी सहायक संघटना ने काली फीते लगाकर घटना का धिक्कार किया। संगठन द्वारा तहसीलदार को ज्ञापन सौपा गया जिसमें इस मामले मे नामजद अग्रवाल एंड सन्स को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की गई है। सत्ता का रौब दिखाकर सरकारी अफसरों को डराने धमकाने और पीटने के कल्चर से कोई राजनीतिक दल अछूता नहीं रहा है बशर्ते यह सब करने के लिए उस दल का सत्ता मे होना बेहद जरूरी है। जामनेर का राजनीतिक अतीत ऐसी दर्जनों घटनाओं से भरा पड़ा है। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि इसी अतीत ने बार बार भविष्य में खुद को दोहराने की कोशिश की है और कर भी रहा है।
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