महाराष्ट्र

अमरावती में केमिस्ट की हत्या में शामिल हो सकता है ISIS से प्रेरित गिरोह, 'श्रीलंका स्कैंडल-2019' जैसा है कनेक्शन

Bhumika Sahu
7 July 2022 8:34 AM GMT
अमरावती में केमिस्ट की हत्या में शामिल हो सकता है ISIS से प्रेरित गिरोह, श्रीलंका स्कैंडल-2019 जैसा है कनेक्शन
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'श्रीलंका स्कैंडल-2019' जैसा है कनेक्शन

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमरावती. महाराष्ट्र के अमरावती में केमिस्ट उमेश प्रहलाद राव कोल्हे की हत्या की जांच मे जांच कर रही नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को शक है कि इस जघन्य हत्याकांड में अंजाम आतंकी संगठन ISIS से इंसपायर्ड गैंग का हाथ हो सकता है। उमेश कोल्हे की 21 जून को दो मोटरसाइकिल सवारों ने गला काटकर हत्या कर दी थी। इसे कथित तौर पर अब बर्खास्त भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन से जोड़कर देखा जा रहा है। नुपूर शर्मा ने कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसे लेकर इस्लामिक कट्टरपंथी नाराज हैं। इस मामले में NIA ने मुख्य आरोपी इरफान खान समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

छापामार कार्रवाई में मिलीं कई आपत्तिजनक चीजे
महाराष्ट्र में आरोपी के परिसरों से तलाशी के दौरान नफरत भरे मैसेज फैलाने वाले पैम्फलेट, चाकू, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड और अन्य आपत्तिजनक डाक्यूमेंट्स मिले हैं। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि कोल्हे को जिस तरह से मारा गया, उससे प्रथम दृष्टया संकेत मिलता है कि हत्यारे ISIS से आत्मप्रेरित(self inspired) हो सकते हैं। जांचकर्ता यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या उनका ISIS सहित विदेशी आतंकी समूहों से कोई संबंध है?
13 से अधिक जगहों पर छापामार कार्रवाई
NIA ने बुधवार को कोल्हे की हत्या के सिलसिले में महाराष्ट्र में 13 स्थानों पर छापामार कार्रवाई की थी। अपनी पहली FIR में एजेंसी ने इसे एक विशेष वर्ग(हिंदू) को आतंकित करने के लिए आतंकी घटना कहा जा सकता है। इस मामले को NIA ने महाराष्ट्र पुलिस से 2 जुलाई को अपने हाथ में ले लिया था। पहले सात लोगों को गिरफ्तार किया था।
श्रीलंका में हुए बम धमाके भी ISIS से सेल्फ इंस्पायर्ड थे

अतीत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने वाले स्व-प्रेरित समूहों(self inspired groups) के उदाहरण हैं। बता देंकि 21 अप्रैल, 2019 को श्रीलंका में ईस्टर रविवार को कई बम विस्फोट करने वाले आतंकवादी भी एक स्व-प्रेरित समूह के सदस्य थे। द्वीप देश में इस घातक विस्फोटों में 45 बच्चों और 40 विदेशी नागरिकों सहित 250 से अधिक लोग मारे गए थे।
कन्हैया का सिर काटने से एक हफ्ते पहले हुई थी कोहले की हत्या
अमरावती में फार्मासिस्ट कोहले की हत्या 28 जून को राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल का सिर काटने से एक हफ्ते पहले हुई थी। उदयपुर की घटना का हत्यारों ने वीडियो था और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इसमें आरोपियों ने कहा था कि कन्हैया की हत्या नूपुर शर्मा की टिप्पणियों का समर्थन करने के बाद इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए की गई थी। उदयपुर हत्याकांड की भी एनआईए जांच कर रही है। हालांकि, जांचकर्ताओं को अभी तक दोनों घटनाओं के बीच कोई संबंध नहीं मिला है।


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