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- मनोज साने झूठ बोल रहा...
मुम्बई | मीरा रोड़ में हुए हादसे का आरोपी मनोज लगातार अपने बयान बदल रहा है। दरअसल, कुछ दिनों पहले तक आरोपी पीड़िता सरस्वती वैघ को अपनी मुंह-बोली बेटी बता रहा था। केस में आए नए मोड़ के मुताबिक आरोपी मनोज ने पीड़ित से शादी की थी और वे ‘लिवइन पार्टनर’ नहीं थे।
आपको बता दे कि पीड़िता सरस्वती वैघ अहमदनगर के अनाथालय में पली-बढ़ी थी। सरस्वती की 3 बड़ी बहनों ने हत्या की ख़बर सुनने के बाद पुलिस को संपर्क किया। उनका कहना है कि आरोपी मनोज ने पीड़िता से 8 साल पहले मंदिर में शादी की थी। दोनों की उम्र में 22 सालों का अंतर था। आरोपी मनोज और सरस्वती शुरुआत में बोरीवली में रहती थे। बहनों ने कहा कि जब वे साने और सरस्वती से मिलने बोरीवली में जाते थे। तब वे उनके घर मीरा रोड पर नहीं गए थे। दरअसल, साने ने तीन साल पहले गीता आकाशदीप बिल्डिंग में फ्लैट 704 किराए पर लिया था।बहनों ने पुलिस को यह भी बताया कि न तो सरस्वती वैद्य और न ही उनमें से कोई मनोज साने रेजिडेंसी, बाभाई नाका, बोरीवली (पश्चिम) में आरोपी के परिवार के घर गया था। बहनों ने पुलिस को बताया कि उम्र के अंतर के कारण सरस्वती वैद्य अक्सर लोगों से कहती थी कि साने उसके मामा हैं। सरस्वती वैद्य कुछ साल पहले अपने अनाथालय, जानकीबाई आप्टे बालिकाश्रम में रहने का प्रमाण पत्र लेने के लिए गई थी। उसने कर्मचारियों से कहा था कि वह अपने चाचा के साथ रहती है और उनका एक व्यवसाय है।
वहीं आरोपी का कहना है कि सरस्वती वैद्य उसकी लिव-इन पार्टनर थी। उसने अपनी बहनों का कभी जिक्र नहीं किया। उसने जोर देकर कहा कि वह एक अनाथ है। साने ने दावा किया कि उसने (सरस्वती वैद्य) जहर पीकर आत्महत्या की थी। उसने सिर्फ शव के टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाने की कोशिश की थी। आरोपी मनोज ने जांचकर्ताओं को यह भी बताया कि वह एचआईवी-संक्रमित है और उसके सरस्वती वैद्य से कभी शारीरिक संबंध नहीं बनाए थे।