महाराष्ट्र

क्या स्याही फेंकने के मामले का समर्थन करना राष्ट्रवादी कांग्रेस की मुख्य नीति है?

Rani Sahu
12 Dec 2022 5:39 PM GMT
क्या स्याही फेंकने के मामले का समर्थन करना राष्ट्रवादी कांग्रेस की मुख्य नीति है?
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मुंबई। राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) पर स्याही फेकने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.इस बीच विपक्ष के आरोप पर भाजपा ने जवाब दिया है.सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकार परिषद को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये (Keshav Upadhyay) ने कहा कि सत्ता गंवाने की बौखलाहट और शिंदे-फडणवीस सरकार द्वारा तेजी से किये जा रहे विकास कार्यों के कारण विपक्ष निराश है. विरोध करने के लिए ठोस मुद्दे हाथ में नहीं होने के कारण राकांपा निचले स्तर की राजनीति शुरू की है। उन्होंने स्याही फेंकने जैसा घटिया कार्य करना शुरू कर दिया है। क्या कानून हाथ में लेकर स्याही फेंकने जैसी हीन घटना का समर्थन करना राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नीति है। इस बात की सफाई राकांपा नेता शरद पवार को करना चाहिए उपाध्ये ने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार के खिलाफ बोलने के मुद्दे नहीं मिलने की वजह से अब राज्य की कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। इसके पीछे महाविकास आघाडी के कुछ नेताओं का हाथ है। कानून हाथ में लेने वाले का तीव्र निषेध करने के बदले स्याही फेंकने वाले को पुरस्कार देने की घोषणा बारामती के राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता ने की है। इस पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने भी स्याही फेंकने की घटना का अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन किया है। केशव उपाध्ये ने कहा कि अब विचारों की लड़ाई विचारों से न लड़ते हुए सत्ता जाने से बौखलाए नेता गुंडागर्दी और आतंक फैलाने वाले सिरफिरे की सराहना कर रहे हैं। वैचारिक भूमिका अलग-अलग हो सकती है, परंतु इस तरह से कानून को हाथ में लेने का समर्थन कतई नहीं किया जा सकता। चंद्रकांतदादा पाटिल जैसे वरिष्ठ नेता पर स्याही फेंकने की घटना तालिबान मानसिकता का प्रतीक है। इसको राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का समर्थन है क्या यह बात राकांपा प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल, सुप्रिया सुले और अजित पवार को स्पष्ट करना चाहिए।
Source : Hamara Mahanagar
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