महाराष्ट्र

हेरवाड़ गांव की पहल : पति की मौत के बाद होने वाली इस कुप्रथा को किया खत्म

Admin2
9 May 2022 8:28 AM GMT
हेरवाड़ गांव की पहल : पति की मौत के बाद होने वाली इस कुप्रथा को किया खत्म
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ग्राम पंचायत सरपंच सुरगोंडा पाटिल ने इसकी जानकारी दी।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के एक गांव ने छत्रपति शाहू महाराज के मृत्यु शताब्दी वर्ष में एक अच्छी पहल की है। इस गांव ने पति की मृत्यु के बाद 'विधवा अनुष्ठान' पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पारित किया है। यहां की शिरोल तहसील के हेरवाड़ गांव ने 4 मई को पति की मृत्यु के बाद विधवा स्त्री के चूड़ियां तोड़ने, माथे से 'कुमकुम' (सिंदूर) पोंछने और मंगलसूत्र को हटाने की प्रथा पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया। ग्राम पंचायत सरपंच सुरगोंडा पाटिल ने इसकी जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि सोलापुर की करमाला तहसील में महात्मा फुले समाज सेवा मंडल के संस्थापक और अध्यक्ष प्रमोद ज़िंजादे ने इसके लिए पहल की थी। उन्होंने ग्राम पंचायत को एक महिला के साथ होने वाली इस 'अपमानजनक' परंपरा पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने के लिए प्रोत्साहित किया।पाटिल ने कहा कि जब हम शाहू महाराज की 100 वीं पुण्यतिथि मना रहे हैं, जिन्होंने महिलाओं की मुक्ति के लिए काम किया। तब हमें अपने इस प्रस्ताव पर बहुत गर्व महसूस होता है क्योंकि इसने हेरवाड़ को अन्य ग्राम पंचायतों के लिए एक मशाल वाहक बना दिया है।
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