महाराष्ट्र

मप्र में उद्योग जगत के अनुकूल माहौल- शिवराज

Rani Sahu
21 Oct 2022 6:07 PM GMT
मप्र में उद्योग जगत के अनुकूल माहौल- शिवराज
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पुणे/भोपाल, (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में अगले साल जनवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अभियान जारी है। इसी क्रम में पुणे के एक होटल में इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्यप्रदेश कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इसमें मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, मध्यप्रदेश में सभी औद्योगिक क्षेत्रों में अपार संभावनाएँ हैं और अनुकूल माहौल भी है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, टेक्सटाईल, खाद्य प्र-संस्करण, फार्मास्युटिकल सेक्टर सहित सभी क्षेत्रों में निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश आकर्षण का केन्द्र है। यहाँ सिंगल विन्डो सिस्टम से उद्योग स्थापना संबंधी प्रक्रियाओं को सुगम और समय-सीमा में पूर्ण करना संभव हो रहा है। पर्यटन की ²ष्टि से भी मध्यप्रदेश, देश के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक है। भारत को वर्ष 2026 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थ-व्यवस्था बनाने के संकल्प को पूर्ण करने मध्यप्रदेश में निवेश प्रोत्साहन के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश में एक लाख 22 हजार एकड़ का लैंड बैंक, पर्याप्त पानी, बिजली, रोड नेटवर्क, दक्ष मानव संसाधन और शांतिपूर्ण वातावरण उपलब्ध है। सभी निवेशक मित्रों का मध्यप्रदेश में स्वागत है। निवेशकों को किसी भी तरह की समस्या आने नहीं दी आयेगी।
उल्लेखनीय है कि जनवरी 2023 में इन्दौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश प्रोत्साहन और उद्योगपतियों को समिट में आमंत्रित करने दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन पुणे में यह कार्यक्रम किया गया। एक दिन पहले 20 अक्टूबर को मुख्यमंत्री चौहान ने दिल्ली में निवेशकों से संवाद किया था। मुख्यमंत्री चौहान ने संभावित निवेशकों के साथ वन-टू-वन चर्चा भी की।
मुख्यमंत्री चौहान ने संभावित निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि ई-व्हीकल भविष्य की आवश्यकता है। प्रदेश में ई-व्हीकल कंपनियों के लिए पार्क बनाने का निर्णय लिया गया है। हमने मध्यप्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया है। प्रदेश में दो एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो रहा है। चंबल के बीहड़ को जोड़ते हुए अटल एक्सप्रेस-वे और अमरकंटक से सीधे गुजरात की सीमा तक नर्मदा एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में सिंचित क्षेत्र 7.5 लाख हेक्टेयर था, जिसे बढ़ा कर हमने 45 लाख हेक्टेयर कर दिया है। आने वाले 3 वर्षों में सिंचित क्षेत्र 65 लाख हेक्टेयर होगा। लगातार दस सालों तक हमने 18 प्रतिशत से अधिक एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट दर्ज की है, जो चमत्कार है। अधो-संरचना, स्वास्थ्य-शिक्षा, सुशासन तथा अर्थ-व्यवस्था और रोजगार राज्य शासन के लिए प्राथमिकता के क्षेत्र हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बड़े एवं मध्यम बांधों का जाल बिछा हुआ है, जिससे पानी की उपलब्धता आसानी से होगी। मध्यप्रदेश पहला राज्य है जहाँ लेबर रिफॉर्मस किए गए हैं। अब प्रदेश में महिलाएँ भी तीन शिफ्ट में कार्य कर सकती हैं। प्रदेश में इंडस्ट्री फ्रेंडली पॉलिसी है।
औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि मध्यप्रदेश ऑटो कम्पोनेंट, सर्विस सेक्टर, फूड प्रोसेसिंग, हॉस्पिटेलिटी, टेक्सटाईल आदि सेक्टर्स में प्रगति कर रहा है। मध्यप्रदेश, देश में ऐसा पहला राज्य है, जिसने अपना ऑटो-शो किया। यहाँ आईआईटी और आईआईएम के साथ ही कई आईटीआई हैं। सिंगापुर की सहायता से भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क स्थापित किया गया है, जहाँ स्किल्ड मेनपावर तैयार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान से काउंसिल जनरल ऑफ इजराइल के कोबी शोनी, भारत फोर्ज लिमिटेड के बाबा कल्याणी, किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड के संजय किर्लोस्कर, वीकफील्डस फूड्स प्रायवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अश्विनी मल्होत्रा, पियाजियो व्हीकल्स इंडिया प्रायवेट लिमिटेड के डिएगो ग्रेफी, केपीआईटी टेक्नोलॉजी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रवि पंडित, जेडएफ स्टीयरिंग गियर्स के उत्कर्ष मोनोतो, प्रवीण मसाला (सुहाना मसाला) के विशाल चौरड़िया, राठी ग्रुप के अदित राठी और मालपानी ग्रुप के आशीष मालपानी ने मध्यप्रदेश में निवेश संबंधी प्रस्तावों पर संवाद किया।
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