महाराष्ट्र

गृह कर मुद्दे: बीजेपी-शिंदे गुट आ सकते हैं आमने-सामने

Rani Sahu
2 Oct 2022 10:10 AM GMT
गृह कर मुद्दे: बीजेपी-शिंदे गुट आ सकते हैं आमने-सामने
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नासिक : नासिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) में बीजेपी (BJP) की सत्ता रहते समय गृह कर की गई वृद्धि का अवलोकन करके उसमें कुछ मूलभूत सुधार करने के लिए उसे सरकार के पास भेजा जाएगा, ऐसी बात नासिक जिले के पालक मंत्री दादा भुसे (Guardian Minister Dada Bhuse) को दिए गए लिखित आश्वासन आश्वासन में कहा गया है। आश्वासन के माध्यम से यह बात भी सामने आई है कि बीजेपी के कारण ही गृह कर में वृद्धि हुई है। बताया जा रहा है कि नासिक महानगरपालिका चुनाव की पृष्ठभूमि में बीजेपी (BJP) और शिंदे गुट (Shinde Group) के बीच केवल गृह कर (Home Tax) का ही मुद्दा नहीं बल्कि कई अन्य मुद्दों पर भी शिंदे-बीजेपी गुट में टकराव हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद शिंदे समूह की सरकार बीजेपी के समर्थन से सत्ता में आई है। सत्ता को आए तीन महीने नहीं हुए हैं, बीजेपी और शिंदे गुट सत्ता की बागडोर अपने हाथ में रखने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में पालक मंत्री पदों का आवंटन इसी का एक हिस्सा माना जा रहा है।
पालक मंत्री पद के आवंटन में कहा गया था कि गिरीश महाजन को नासिक का पालक मंत्री बनाया जाएगा, लेकिन ऐन वक्त पर राज्य के पूर्व कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री के करीबी दादा भुसे को नासिक जिले का पालक मंत्री बनाया दिया गया। राजनीतिक जानकारों के अनुसार राज्य के विभिन्न जिलों के पालक मंत्री आवंटन को लेकर जो पहली सूची बनाई गई थी, उसमें गिरीश महाजन का नाम नासिक के पालक मंत्री के रूप में दर्ज था, लेकिन अचानक गिरीश महाजन की जगह दादा भुसे को नासिक जिले का पालक मंत्री बना दिया गया। तभी से नासिक जिले में बीजेपी और शिंदे समूह के विधायकों के बीच दरारों के बारे में चर्चाएं होने लगीं।
पिछले पांच वर्ष में नासिक महानगरपालिका में बीजेपी सत्ता में थी। इस शासन काल में बीजेपी ने 2017-18 और 2018-19 में मकान का किराया 400 से 500 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है, इसलिए नए मकान खरीदने वाले नागरिकों को मकान किराए के रूप में 35 से 40 हजार रुपए का अतिरिक्त भुगतान करना होगा, इसलिए, गृह कर की दर में संशोधन के मुद्दे पर चर्चा की गई और खासकर जब से इसे प्रशासन द्वारा अनुमोदित किया गया था, तो गृह पट्टी पर बीजेपी और शिंदे समूह के बीच विवाद की चिंगारी सुलगने के आसार नजर आ रहे हैं। चूंकि कहा जा रहा था कि नवरात्रि में सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार तीसरी बार होना तय किया गया था, लेकिन घटस्थापना के बाद कई दिन बीत जाने पर मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया गया। अब कहा जा रहा है कि शिंदे और बीजेपी विधायकों में जिन बातों के लेकर टकराव है, उसे समाप्त करने के बाद ही मंत्रिमंडल में विस्तार किया जाएगा और गृह कर को लेकर जो भी टकराव व्याप्त है, उसे दूर किया जाएगा, ताकि कहीं भी इस बात को लेकर ये बातें सामने नहीं आए है कि नाशिक में शिंदे तथा बीजेपी विधायकों के बीत किसी भी तरह का मनमुटाव है।
सोर्स- नवभारत.कॉम
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