महाराष्ट्र

राज्यपाल कोश्यारी की तत्काल हो छुट्टी -शरद पवार

Rani Sahu
17 Dec 2022 3:22 PM GMT
राज्यपाल कोश्यारी की तत्काल हो छुट्टी -शरद पवार
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मुंबई। छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) सहित अन्य महापुरुषों (other great men) का अपमान महाराष्ट्र नहीं सहेगा। 350 साल बाद भी हर कोई शिवाजी महाराज का नाम जानता है। उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) द्वारा दिए गए बयान के खिलाफ शनिवार को महाराष्ट्र विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के घटक दलों-शिवसेना राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने मुंबई में महामोर्चा निकाला।भायखला स्थित जेजे अस्पताल के पास से आंदोलन शुरू और दक्षिण मुंबई में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस आजाद मैदान में जाकर समाप्त हुआ।इसके बाद आजाद मैदान में इकट्ठा हुए कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार ने राज्यपाल पर जमकर निशाना साधा। पवार ने कहा कि महापुरुषों का अपमान करने के लिए केंद्र को राज्यपाल कोश्यारी को हटाना चाहिए। एमवीए में शामिल तीनों दलों की विचारधारा अलग हो सकती है लेकिन महाराष्ट्र के स्वाभिमान की रक्षा के लिए उन्हें एक साथ रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, "अगर राज्यपाल को नहीं हटाया गया तो हमें उन्हें सबक सिखाने के लिए कदम उठाने होंगे। राकांपा प्रमुख ने कहा कि राज्य की प्रगति और विकास के लिए नहीं बल्कि इसे बदनाम करने की होड़ मची हुई है। राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल के राज्य के डॉ बाबा साहेब आंबेडकर,और महात्मा फुले ने स्कूल शुरू करने के लिए भीख मांगने वाले बयान की निंदा करते हुए पवार ने कहा कि .इस तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। राज्य की प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए हमें अपनी राजनीतिक अलग विचारधाराओं के बावजूद एकजुट होना होगा। यदि राज्यपाल को नहीं हटाया जाता है तो हमें अपने भविष्य की कार्रवाई तय करने के लिए कदम उठाने होंगे। पवार ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर हमला बोलते हुए कहा, आज लोग शांत हैं। लेकिन अगर उन्हें पद से समय पर नहीं हटाया गया तो महाराष्ट्र सड़कों पर उतरे बिना नहीं रहेगा। महात्मा ज्योतिराव फुले, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर, कर्मवीर भाऊराव पाटील हमारे आदर्श हैं। लेकिन उनके बारे में बोलने वाला गैर जिम्मेदार शख्स नहीं देखा। मैंने कई राज्यपाल देखे। लेकिन ऐसा व्यक्ति राज्यपाल बनकर आया है, जो सावित्रीबाई फुले, महात्मा फुले के खिलाफ विवादित बयान दे रहे है उन्हें शर्म आनी चाहिए।
शिंदे सरकार हो चुकी है दिवालिया -उद्धव ठाकरे
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) मोर्चा को सम्बोधित करते हुए कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर वैचारिक रूप से दिवालिया हो चुकी है। हम महाराष्ट्र के गौरव से समझौता नहीं करेंगे। और जो इसके लिए कोशिश करेंगा, हम उन्हें घुटनों पर ला देंगे। यह बालासाहेब ठाकरे की सच्ची शिवसेना है।ठाकरे ने महाराष्ट्र -कर्नाटक सीमा विवाद को लेकर सीएम शिंदे पर हमला बोला उन्होंने कहा किजो 50 खोखे (शिंदे गुट के नेता) खुद को बालासाहेब ठाकरे के सच्चे शिवसैनिक कहते हैं, उन्हें यह समझना चाहिए। संयुक्त महाराष्ट्र अभी तक हासिल नहीं हुआ है। जब तक हम उन्हें प्राप्त नहीं कर लेते, हम चैन से नहीं बैठेंगे। पिछले ढाई वर्ष के हमारे कार्यकाल में महाराष्ट्र का कोई गांव कर्नाटक या गुजरात या मध्य प्रदेश में जाने की मांग नहीं कर रहा था।इस इस सरकार में क्या हो रहा है.
महापुरुषों का अपमान हमारे राज्य का अपमान है-अजित पवार
विधानसभा में विपक्ष के नेता और राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने भी राज्यपाल कोश्यारी के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने राज्यपाल को 'महाराष्ट्र द्रोही' बताते हुए कहा, "यह मोर्चा महाराष्ट्र द्रोही को उनकी जगह दिखाने के लिए आयोजित किया गया है, जो अभी महाराष्ट्र में मौजूद हैं। हमारे महापुरुषों का अपमान हमारे राज्य का अपमान है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कड़ी पुलिस व्यवस्था के बीच महामोर्चा का आयोजन
राज्यपाल और शिंदे सरकार के विरोध में एमवीए की आयोजित महामोर्चा में उपस्थित पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे राकांपा प्रमुख शरद पवार,राकांपा सांसद सुप्रिया सुले, वरिष्ठ नेता छगन भुजबल, नेता विपक्ष अजित पवार, शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राउत, विधायक आदित्य ठाकरे और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले समेत कई दिग्गज नेता शामिल हुए। जिनके सुरक्षा और मुंबई की कानून -व्यवस्था बनाए रखने के लिए 2500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया था।

Source : Hamara Mahanagar

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