महाराष्ट्र

गोद लेकर जबरन नमाज पढ़वाई, धर्म बदलने के लिए दी यातनाएं, कई बार किया रेप: पीड़िता की आपबीती

SANTOSI TANDI
23 Aug 2023 11:20 AM GMT
गोद लेकर जबरन नमाज पढ़वाई, धर्म बदलने के लिए दी यातनाएं, कई बार किया रेप: पीड़िता की आपबीती
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यातनाएं, कई बार किया रेप: पीड़िता की आपबीती
फरिश्ता बनकर आए एक मुस्लिम परिवार ने एक 17 साल की लड़़की और उसके दो मासूम भाइयों पर जमकर अत्याचार किया. आरोपियों ने दो दिन तक इस लड़की के साथ रेप किया, जबरन नमाज पढ़वाया, बुरका पहनाया और ताबीज बांध कर अल्लाह हू अकबर के नारे लगवाए. बड़ी मुश्किल से आरोपियों के चंगुल से छूट कर भागी पीड़ित लड़की ने एक समाज सेविका की मदद से पुलिस में केस दर्ज कराया है. मामला मुंबई के मीरा रोड इलाके का है.
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक आरोपी को अरेस्ट कर लिया है. मुंबई पुलिस के मुताबिक मीरा रोड इलाके में श्रीराम टॉवर में रहने वाले हितेश मिस्त्री के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं. पिछले साल सितंबर महीने में हितेश मिस्त्री की हार्ट अटैक से मौत हो गयी. चूंकि हितेश के बाद उनके घर में कोई कमाने वाला नहीं था. ऐसे में उनके रिश्तेदारों ने इस परिवार से मुंह मोड़ लिया. इधर, घर में तीन तीन बच्चों को लेकर हितेश की पत्नी इस कदर परेशान हो गई कि एक दिन उसने भी सुसाइड कर लिया.
अब समस्या यह थी कि हितेश की 17 साल की बड़ी बेटी के अलावा दो छोटे बेटों का भरण पोषण कैसे हो. पुलिस ने इन बच्चों के अंकल और दादा दादी से संपर्क किया, लेकिन इन लोगों ने बच्चों की जिम्मेदारी उठाने से मना कर दिया. मजबूरी में पुलिस ने इन तीनों बच्चों को अनाथालय भेज दिया. कुछ दिन यहां रहने के बाद एक दिन एक मुस्लिम दंपत्ति अबु खान और शाहीन खान इस अनाथालय में आए और इन बच्चों को गोद लेने के लिए आवेदन किया. यह परिवार बच्चों की मां को मायके से ही जानता था और बच्चे भी इनसे परिचित थे.
ऐसे में ज्यादा दिक्कत नहीं और यह तीनों बच्चे इस परिवार को दे दिए गए. मुस्लिम परिवार के घर में आने के बाद कुछ दिनों तक तो सबकुछ ठीक रहा, लेकिन समय गुजरने के साथ ही इन तीनों बच्चों के साथ अभद्रता और मारपीट की घटनाएं होने लगीं. आए दिन उनके मां बाप को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणियां होने लगीं. फिर उन्हें गोश्त खाने के लिए मजबूर किया गया. उन्हें जबरन बुरका पहनाया गया, नमाज पढ़ने के लिए विवश किया गया और ताबीज बांधी गई.
दुष्कर्म से टूटा सब्र का बांध
यही नहीं, उनसे अल्लाह हू अकबर के नारे लगवाते हुए मुस्लिम रीति रिवाजों का पालन करने के लिए मजबूर किया गया. ऐसा ना करने पर उनके साथ आए दिन मारपीट होने लगी. उन्हें धमकी दिया जाने लगा कि उन्हें वापस उसी अनाथालय में छोड़ दिया जाएगा. पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि चूंकि दो छोटे भाइयों के भविष्य का मामला था, इसलिए वह चुप रही. लेकिन उसके सब्र का बांध उस समय टूट गया जब इसी परिवार के एक युवक ने लगातार दो दिन तक उसके साथ दुष्कर्म किया. ऐसे में मौका देखकर पीड़िता एक दिन घर से भाग निकली.
रास्ते में उसे एक महिला वकील वीणा मिली, उन्होंने पीड़िता की हालत को देखा और स्थिति को भांप कर उसे सहारा दिया. फिर पूरी बात पूछने के बाद पीड़िता को लेकर पुलिस के पास गई, जहां उन्होंने आरोपी दंपत्ति और रेपिस्ट के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कराया. पुलिस के मुताबिक फिलहाल रेपिस्ट युवक को अरेस्ट किया गया है. अब पीड़िता द्वारा लगाए गए बाकी आरोपों की भी जांच कराई जा रही है. उधर, वकील वीणा ने बताया कि इस मामले में पुलिस की कार्रवाई संतोषजनक नहीं है. इस मामले में यदि पुलिस उचित कार्रवाई नहीं करती है तो वह हाईकोर्ट का रुख करेंगी.
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