महाराष्ट्र

जांच के लिए रांची के सिटी एसपी शुभांशु जैन के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया था.

Tara Tandi
5 Aug 2023 10:16 AM GMT
जांच के लिए रांची के सिटी एसपी शुभांशु जैन के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया था.
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झारखंड के रांची में 26 जुलाई को सीपीआईएम नेता सुभाष मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अब पुलिस ने इस मर्डर केस की गुत्थी को सुलझा लिया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपियों के नाम छोटू खलखो उर्फ छोटू उरांव , विनोद कुमार उर्फ कन्हैया और अभिजीत कुमार पाडी हैं. आरोपियों के पास से एक कार, एक राइफल और चार मोबाइल पुलिस ने बरामद किए हैं.
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि घटना की जांच के लिए रांची के सिटी एसपी शुभांशु जैन के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया था. जांच के क्रम में यह पता चला कि मृतक सुभाष मुंडा का कुछ लोगों के साथ जमीन को लेकर विवाद था. रांची पुलिस को यह जानकारी मिली कि सुभाष मुंडा का नगड़ी थाना क्षेत्र के लालगुटवा के रहने वाले जमीन कारोबारी छोटू खलखो के साथ दलादली मौजा के 119 डेसिमल के बड़े भूखंड को लेकर विवाद है. पूर्व में भी मृतक जमीन कार्रवाई सुभाष मुंडा का छोटू खलखो के साथ 90 डिसमिल जमीन के एग्रीमेंट कराने को लेकर भी विवाद चल रहा था.
सुभाष मुंडा का सहयोगी विनोद कुमार भी आरोपी
जमीन के कारोबार पर अपना वर्चस्व कायम करने के लिए छोटू खलखो ने खौफनाक साजिश रचते हुए सुभाष मुंडा के सहयोगी विनोद कुमार को जमीन में हिस्सेदारी देने का प्रलोभन देते हुए पहले अपने पक्ष में किया. इसके बाद दोनों ने नगड़ी थाना क्षेत्र के ही लालगुटवा गांव के रहने वाले अपराधी अभिजीत कुमार पाडी से संपर्क कर 15 लाख रुपए नगद और 10 डिसमिल जमीन देने की शर्त पर हत्या की रणनीति बनाई.
4 लाख नकद रूपया एडवांस के रूप में भी दिया गया
हत्या से पूर्व ही आरोपी छोटू खलखो के द्वारा अपराधी अभिजीत कुमार पाड़ी को 6 डिसमिल जमीन भी दी गई. इसके साथ ही 4 लाख नकद रूपया एडवांस के रूप में भी दिया गया. इसके साथ ही 7.65 एमएम का एक देसी पिस्टल भी अपराधियों को उपलब्ध कराया गया.पुलिस के मुताबिक, छोटू खलखो और विनोद कुमार के सहयोग से शूटर घटनास्थल की लगातार रेकी कर रहे थे. 26 जुलाई की रात जेएमएम नेता सुभाष मुंडा की हत्या से पूर्व भी छोटू खलखो और विनोद कुमार उनकी रेकी कर रहे थे. इसी बीच दो शूटरों के द्वारा उनके कार्यालय में घुसकर गोलियों से भून कर उनकी हत्या कर दी गई.
पुलिस ने दर्ज किया केस
इसके बाद खुद छोटू खलखो ,विनोद कुमार और अभिजीत पाडी दिखावे के तौर पर हत्याकांड वाले स्थल पर पहुंचे और पहले से हंगामा कर रहे लोगों की भीड़ में शामिल हो गए ताकि उन पर कोई शक ना हो सके. हत्याकांड के अगले दिन अपराधी ने देसी हथियार को छोटू खलखो को वापस कर दिया था ,जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक कार , एक राइफल , एक काला रंग का पंप एक्शन शॉट गन और चार मोबाइल बरामद किए हैं.
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