महाराष्ट्र

कोयंबटूर से 'भारत गौरव ट्रेन' की पहली सेवा शिरडी के लिए शुरू, पहले सफर में 1100 यात्री हुए शामिल

Renuka Sahu
16 Jun 2022 6:18 AM GMT
First service of Bharat Gaurav Train from Coimbatore started for Shirdi, 1100 passengers participated in the first journey
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फाइल फोटो 

भारतीय रेल के दक्षिणी रेलवे जोन ने एक विशेष ‘भारत गौरव’ ट्रेन सेवा की शुरुआत की है और इस ट्रेन के जरिए तमिलनाडु के कोयंबटूर से महाराष्ट्र के शिरडी तक की विशेष यात्रा कराई जाएगी.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय रेल (Indian Railway) के दक्षिणी रेलवे जोन ने एक विशेष 'भारत गौरव' ट्रेन सेवा (Bharat Gaurav Trains) की शुरुआत की है और इस ट्रेन के जरिए तमिलनाडु के कोयंबटूर से महाराष्ट्र के शिरडी तक की विशेष यात्रा कराई जाएगी. दक्षिण रेलवे जोन (Southern Railway Zone) ने कोयंबटूर से शिरडी तक निजी तौर पर संचालित 'भारत गौरव ट्रेन' की पहली सेवा शुरू की है. रेल मंत्रालय का कहना है कि करीब 1100 यात्री मंगलवार को कोयंबटूर से शिरडी के लिए पहले खास सफर के गवाह बने.

यह निजी सेवा पंजीकृत सेवा प्रदाता (Registered Service Provider) द्वारा पांच दिनों की यात्रा की सुविधा पेश की जाती है और इसमें कोयंबटूर से शिरडी और वापस जाने के लिए एक पूर्ण दौर की यात्रा शामिल है. भारत गौरव ट्रेन घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 'देखो अपना देश' के तहत केंद्र सरकार की पहल है.
भारत गौरव ट्रेन की पहली यात्री
कंपनी ने 1 करोड़ दिए सुरक्षा राशि
साउथ स्टार रेल पंजीकृत सेवा प्रदाता है जो ट्रेन का संचालन करती है और कोयम्बटूर स्थित कंपनी पंजीकृत कंपनी है और यह ग्रुप फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का हिस्सा है. सेवा प्रदाता कंपनी ने 20 कोचों की संरचना वाले रेक के लिए दक्षिण रेलवे को सुरक्षा राशि के रूप में 1 करोड़ रुपये का भुगतान किया है.
रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, 'भारत गौरव ट्रेन कोयंबटूर उत्तर से साईनगर शिरडी के लिए 14 जून 2022 (मंगलवार) को शाम 6 बजे शुरू होगी और 16 जून 2022 (गुरुवार) को सुबह 07:25 बजे साईनगर शिरडी पहुंचेगी. इसके तिरुपुर, इरोड, सेलम, येलहंका, धर्मावरम, मंत्रालयम रोड और वाडी स्टॉपेज होंगे. कोयंबटूर से आगे की यात्रा के दौरान भारत गौरव ट्रेन मंत्रालयम रोड स्टेशन पर 5 घंटे रुकेगी, ताकि यात्री मंत्रालयम मंदिर में दर्शन कर सकें.
वापसी में यह ट्रेन साईनगर शिरडी से कोयंबटूर उत्तर के लिए 17 जून (शुक्रवार) को सुबह 07:25 बजे चलेगी और 18 जून (शनिवार) को दोपहर 12 बजे कोयंबटूर उत्तर पहुंचेगी. इसके वाडी, धर्मावरम, येलहंका, सेलम, इरोड और तिरुपुर में स्टॉपेज होंगे.
रेल मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा, कंपनी ने वार्षिक अधिकार के लिए 27.79 लाख रुपये फीस और 76.77 लाख रुपये के तिमाही निश्चित ढुलाई फीस का भुगतान किया है. इसके अलावा, रुपये के परिवर्तनीय ढुलाई फीस, मौजूदा राउंड ट्रिप के लिए 38.22 लाख रुपये भी जमा किए गए हैं. ये सभी फीस जीएसटी को छोड़कर हैं. इसके अतिरिक्त, दक्षिणी रेलवे को इससे हर साल 3.34 करोड़ की निश्चित आय होगी.
ट्रेन में लगाए गए 20 कोच
इस योजना के तहत ट्रेनों में एक फर्स्ट एसी कोच, तीन टू टियर एसी कोच और आठ 3-टियर कोच के साथ पांच स्लीपर क्लास कोच लगाए गए हैं. ट्रेन में कुल 20 कोच लगाए गए हैं.
मंत्रालय ने बताया कि पंजीकृत सेवा प्रदाता कंपनी ने कोचों के अंदरूनी हिस्सों में सुधार किया है और यात्रियों को शानदार अनुभव दिलाने के लिए सभी कोचों में चौबीसों घंटे सफाई कर्मचारी और सेवा पेशेवरों की पूरी टीम होगी. इन डिब्बों में हाई बास साउंडिंग स्पीकर और ऑन-रेल रेडियो जौकी लगे हैं. यात्रा को सुखद बनाए रखने के लिए भक्ति गीत, आध्यात्मिक कहानियां और लाइव इंटरव्यू होंगे. यह ट्रेन पूरी तरह टोक्सिक और स्मॉक फ्री होगी. विशेष परिवहन सेवाओं के विकल्प की पेशकश के अलावा, पंजीकृत सेवा प्रदाता एक पैकेज किराया भी प्रदान करता है जिसमें कोयंबटूर से शिरडी जाने और वापस आने के लिए परिवहन, वीआईपी दर्शन, बस व्यवस्था, वातानुकूलित आवास, टूर गाइड द्वारा सुविधा आदि शामिल किए गए हैं.
रेलवे पुलिस बल के साथ लगे रिवेट सिक्योरिटीज के साथ किसी भी आपात स्थिति में भाग लेने के लिए सफर के दौरान पर एक डॉक्टर भी उपलब्ध होगा. ट्रेन यात्रियों की किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाने के लिए रेलवे पुलिस बल के साथ निजी सुरक्षाकर्मी भी रहेंगे.
पिछले साल शुरू की गई भारत गौरव ट्रेन
भारतीय रेलवे ने पिछले साल नवंबर के महीने में थीम पर आधारित भारत गौरव ट्रेन का परिचालन शुरू किया था. इस थीम का उद्देश्य भारत गौरव ट्रेनों के जरिए भारत और दुनिया के लोगों के लिए भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शानदार ऐतिहासिक स्थानों का प्रदर्शन करना है. इस योजना का उद्देश्य भारत की विशाल पर्यटक क्षमता का पता लगाने के लिए थीम-आधारित ट्रेनें चलाने के लिए पर्यटन क्षेत्र के पेशेवरों की व्यापक पर्यटन क्षमता का लाभ उठाना भी है.
वर्तमान में आईआरसीटीसी पहले से ही रेलवे में कई टूरिस्ट सर्किट ट्रेनें चला रहा है. इस नीति के लागू होने से 1 अप्रैल से सभी पर्यटक सर्किट ट्रेनों का संचालन इस नीति के तहत जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जाएगा. यह भारत गौरव योजना अब पेशेवर अनुभव वाले और अधिक टूर ऑपरेटरों को जोड़ने में मदद करेगी और देश में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा.
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